BHILAI. शुक्रवार को संतोष रूंगटा कॉलेज ऑफ फार्मास्यूटिकल साइंस एंड रिसर्च में डीएसटी स्तुति हैंडसऑन ट्रेनिंग प्रोग्राम का समापन समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता रूंगटा ग्रुप के चेयरमैन संतोष रूंगटा ने की। कार्यक्रम में शामिल प्रतिभागियों को आधुनिक मशीनों के साथ उनको उपयोग करने के तरीके समझाए गए। अब हर फील्ड में स्किल्ड प्रोफेशनल की डिमांड है। अच्छी बात यह है कि शैक्षणिक संस्थान इस जरूरत को समझते हुए खुद इस तरह की पहल के लिए आगे आ रहे हैं। यह कार्यक्रम जामिया हमदर्द (डीम्ड यूनिवर्सिटी) के सहयोग से हुआ।
अगर आप जल्दी मनपसंद नौकरी हासिल करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको थ्योरेटिकल पढ़ाई के साथ-साथ प्रैक्टिकल नॉलेज बढ़ाने पर भी ध्यान देना होगा। इसी कड़ी में संतोष रूंगटा कॉलेज ऑफ फार्मास्यूटिकल साइंस एंड रिसर्च में डीएसटी स्तुति हैंडसऑन ट्रेनिंग प्रोग्राम का आयोजन किया गया था। जिसका समापन कल शुक्रवार को हुआ।
कार्यक्रम में मौजूद पीसीआई एजुकेशन रेवूलेशन कमेटी चेयरमैन डॉ. दीपेंद्र सिंह ने कहा कि प्रैक्टिकल नॉलेज आपको कामयाब बनाता है। अब हर फील्ड में स्किल्ड प्रोफेशनल की डिमांड है। फार्मेसी भी इसी ट्रेंड का हिस्सा है। ऐसे में फार्मेसी के आधुनिक उपकरणों का प्रैक्टिकल नॉलेज आप के लिए रोजगार के अवसर को दो सौ फीसदी तक बढ़ा देता है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए रूंगटा ग्रुप के चेयरमैन संतोष रूंगटा ने कहा कि फार्मेसी की फील्ड आपको मानवाता की सेवा के साथ-साथ शानदार कॅरियर का मौका देती है। इसमें सबसे ज्यादा जरूरी है रिसर्च । रिसर्च से ही आप समाज के लिए कुछ नया कर सकते है। फार्मेसी के आधुनिक उपकरणों का प्रैक्टिकल नॉलेज आप के लिए रोजगार के अवसर को दो सौ फीसदी तक बढ़ा देता है।
यह कार्यक्रम भारत सरकार के साइंस एंड टेक्नोलॉजी मंत्रालय के सहयोग से आयोजित किया गया। इसमें शामिल होने वाले सभी प्रतिभागियों को एक्सपर्ट से दवाइयों के क्वालेटेटिव एंड क्वांटीटेटिव आंकलन पर चर्चा हुई। शामिल हो रहे प्रतिभागियों को आधुनिक मशीनों के साथ उनको उपयोग करने के तरीके समझाए गए। कार्यक्रम में डीम्ड यूनिवर्सिटी के कॉर्डिटेनट प्रो. सोहेल परवेज भी शामिल हुए। कार्यक्रम का समन्वयन रूंगटा ग्रुप के डायरेक्टर आरएंडडी डॉ. एजाजुद्दीन ने किया। कार्यक्रम में प्रोफेसर डॉ. मुकेश शर्मा और कुशाग्र नागोरी ने भी महत्वपूर्ण सहयोग दिया।