जगदलपुर। बस्तर जिले के जगदलपुर में महावीर चौराहे के नामकरण को लेकर विवाद की स्थिति निर्मित हो रही है। इस चौराहे पर मुस्लिम समुदाय ने इस्लामी झंडा लगा रखा है, जबकि इससे पहले से बगवा झंडा लगाया जाता रहा है। फिलहाल पुलिस ने मामला शांत करा दिया है।
जगदलपुर में एक चौराहा है जिले महावीर चौराहे के नाम से लोग जानते हैं। इस चौराहे पर मुस्लिम समुदाय ने इस्लामी झंडा लगा दिया, इसे देखते हुए हिंदू संगठन के लोग जुटे और जय श्रीराम का उद्घोष करते हुए उस झंडे के आगे भगवा ध्वज लगा दिया। इससे तनाव की स्थिति बन गई। वाद-विवाद होने लगा, उसी दौरान सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले को संभाल लिया। इससे कोई अप्रिय घटना नहीं हो पाई।
बता दें कि लंबे समय से इस चौराहे का नाम महावीर चौक होने का दावा किया जाता रहा है। यह स्थान जामा मस्जिद के पास है। मुस्लिम समुदाय इस चौराहे को जामा मस्जिद चौराहा कहता रहा है। समय के साथ इस चौराहे पर मुस्लिम समुदाय ने यहां इस्लामी झंडा भी लगा दिया। पर एकाधिकार को लेकर तनाव की स्थिति बनती जा रही है।
रामनवमी पर सर्व हिंदू समाज ने महावीर चौराहे को भी सजाने का प्रयास किया था। हालांकि सांप्रदायिक सौहार्द्र बनाए रखने के लिए प्रशासन ने इस पर रोक लगा दी थी। नवरात्रि के दौरान एक शाम इस चौराहे पर इस्लामी ध्वज के नीचे अज्ञात लोगों ने दीपक प्रज्वलित कर दिया था। तब भी तनाव की स्थिति बन रही थी, पर प्रशासन ने समय रहते हालात को काबू में कर लिया था।
इस मामले को लेकर पेंच नगर निगम में फंसा हुआ है। निगम के जिम्मेदारों का दावा है कि जैन समाज का कोई भी दस्तावेज उनके पास चौराहे की मांग को लेकर नहीं पहुंचा है।
मुस्लिम समुदाय ने चौराहे का नामकरण जामा मस्जिद चौराहा करने को लेकर एमआइसी में अपना दावा पेश किया था। एमआइसी ने यह तय किया था कि किसी प्रकार की दावा-आपत्ति के नहीं आने पर चौराहे के नाम पर मुहर लगाकर सामान्य सभा में इसे पेश किया जाएगा।
इधर जैन समाज का दावा है कि उन्होंने 14 जुलाई 2021 को कलेक्टर रजत बंसल के नाम एक आवेदन दिया है। इसमें चौराहा और लक्ष्मीनारायण मंदिर की देखभाल को लेकर अधिकार मांगा गया है। सीटी थाने के अनुसार फिलहाल चौक पर एहतियातन पुलिस जावनों की तैनाती की गई है।
(TNS)