RAIPUR NEWS. शराब घोटाला मामले में लगातार कार्रवाई की जा रही है। इस बीच, इसी मामले में पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा के खिलाफ आज यानी 30 जून को ईओडब्ल्यू ने चौथा पूरक चालान पेश किया। विशेष कोर्ट में 1100 पन्नों का चालान पेश किया गया। इस चार्जशीट में लखमा की अहम भूमिका का उल्लेख किया गया है. इसमें 66 पेज की समरी में प्रकरण का ब्योरा दिया गया है। बताया जा रहा है कि EOW ने चौथा पूरक चालान पेश किया है। बता दें कि शराब घोटाले मामले में ED ने 15 जनवरी को कवासी लखमा को गिरफ्तार किया था, तभी से लखमा रायपुर सेंट्रल जेल में बंद हैं।
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मिली जानकारी के अनुसार, EOW की तरफ से पेश की गई चार्जशीट में लखमा की अहम भूमिका का उल्लेख किया गया है। दरअसल, छत्तीसगढ़ में दो हजार करोड़ रुपए के ज्यादा का शराब घोटाला हुआ था और जांच में तत्कालीन आबकारी मंत्री कवासी लखमा की संदिग्ध भूमिका पाई गई थी। इसके बाद कवासी लखमा को गिरफ्तार किया गया था। पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा करीब तीन महीनों से जेल में बंद है।
बताया जा रहा है कि EOW द्वारा पेश की गई चार्जशीट में यह बताया गया है कि, शराब घोटाले में कवासी लखमा की क्या भूमिका थी। इसके साथ ही इसमें ये भी बताया गया है कि, शराब घोटाले में पैसे कैसे अर्जित किए गए हैं। इसके साथ ही पैसों को कैसे दूसरी जगह पहुंचाया जा रहा था और कौन अन्य लोग इस सिंडीकेट में शामिल थे ये बभी चार्जशीट में बताया गया है। बताया जाता है कि चार्जशीट को अंतिम रूप देने के बाद उपसंचालक अभियोजन द्वारा पेश किया जाएगा। वहीं, कवासी लखमा, उनके पुत्र हरीश और अन्य करीबी लोगों के घरों में छापेमारी के दौरान बरामद साक्ष्य को चालान के बाद पेश किया जाएगा।
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बता दें कि शराब घोटाले मामले में ED ने 15 जनवरी को कवासी लखमा को गिरफ्तार किया था। इससे पहले उनसे 2 बार ED दफ्तर बुलाकर पूछताछ की गई थी। पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को गिरफ्तार करने से पहले ED ने उन्हें 7 दिन कस्टोडियल रिमांड में लेकर पूछताछ की थी। उसके बाद 21 जनवरी से 4 फरवरी तक लखमा को 14 दिन के न्यायिक रिमांड पर भेजा गया था। पिछली सुनवाई के दौरान जेल में पर्याप्त सुरक्षा बल नहीं होने के कारण लखमा की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेशी हुई थी। सुनवाई के बाद कोर्ट ने लखमा की 18 फरवरी तक रिमांड बढ़ा दी थी।
वहीं, तत्कालीन भूपेश सरकार में पूर्व IAS अनिल टुटेजा, उनके बेटे यश टुटेजा और CM सचिवालय की तत्कालीन उपसचिव सौम्या चौरसिया के खिलाफ आयकर विभाग ने दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में 11 मई, 2022 को याचिका दायर की थी, जिसमें कहा गया कि छत्तीसगढ़ में रिश्वत, अवैध दलाली के बेहिसाब पैसे का खेल चल रहा है. इसमें रायपुर महापौर रहे एजाज ढेबर का भाई अनवर ढेबर अवैध वसूली करता है. दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में दायर याचिका के आधार पर ED ने 18 नवंबर, 2022 को PMLA एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था. आयकर विभाग से मिले दस्तावेजों के आधार पर ED ने जांच के बाद 2161 करोड़ के घोटाले की बात का कोर्ट में पेश चार्जशीट में जिक्र किया था।
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आज की चार्जशीट से पहले 13 मार्च को शराब घोटाले मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने स्पेशल कोर्ट में 3,841 पन्नों का चालान पेश किया था, जिसमें जेल में बंद पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा समेत 21 अन्य को आरोपी बनाया गया था। इसमें कवासी लखमा, अनवर ढेबर, अनिल टूटेजा, त्रिलोक सिंह ढिल्लन, छत्तीसगढ़ डिस्टलर, वेलकम डिस्टलर, टॉप सिक्योरिटी, ओम सांई ब्रेवरेज, दिशिता वेंचर, नेस्ट जेन पावर, भाटिया वाइन मर्चेंट और सिद्धार्थ सिंघानिया सहित अन्य लोगों के नाम शामिल हैं।