JAMMU NEWS. जम्मू-कश्मीर के पहलगाम हमले का भारत के अलावा दुनियाभर में विरोध हो रहा है। इस बीच, गृह मंत्री अमित शाह ने कश्मीर में अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब का अपना दौरा बीच में ही छोड़कर भारत वापस लौट आए हैं। बता दें कि 25 अप्रैल को आतंकियों ने पुलिस की वर्दी में पर्यटकों पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। इस आतंकी हमले में छत्तीसगढ़ के कारोबारी समेत 27 लोगों की मौत हुई है और कई लोग हैं। अधिकारियों ने बताया कि यह हमला बैसरन घाटी में हुआ, जहां केवल पैदल या खच्चरों से पहुंचा जा सकता है।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद सेना की सभी फॉर्मेंशन्स को अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया है। एलओसी और जम्मू कश्मीर के अंदरूनी इलाकों में भी हाई अलर्ट जारी किया गया है। जम्मू कश्मीर पुलिस ने पहलगाम हमले में शामिल आतंकियों के स्केच जारी कर दि गए हैं। ये स्केच पीड़ितों से बातचीत करके बनाए गए हैं। वहीं, रक्षा मंत्रालय की एक हाई-लेवल मीटिंग चल रही है। इस मीटिंग में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) अनिल चौहान और एनएसए अजीत डोवाल हिस्सा ले रहे हैं।
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वहीं, एनआईए की टीम पहलगाम पहुंच गई है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी अभी जम्मू कश्मीर में ही हैं। पहलगाम आतंकी हमले के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने मृतकों को श्रद्धांजलि दी है. इसके बाद वो आर्म्ड पुलिस अस्पताल भी पहुंचे हैं। शाह की वापसी के बाद दिल्ली में सीसीएस बैठक होगी। इसमें प्रधानमंत्री मोदी भी शामिल होंगे। वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पहलगाम में हमले की जगह पहुंच गए हैं। उनके साथ जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी मौजूद हैं। पहलगाम की घटना पर सुप्रीम कोर्ट में PIL दाखिल हुई है। पर्यटकों की सुरक्षा के लिए कदम उठाए जाने की मांग की गई है। अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा की भी मांग की गई है।
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पड़ोसी मुल्क चीन का बयान भी सामने आया है। चीन ने आतंक का विरोध करने का आह्वान किया है। सूत्रों के मुताबिक आतंकी कहां से दाखिल हुए, इसके रूट मैप की शुरुआती जानकारी सामने आई है. आतंकी पीर पंजाल की पहाड़ियों से होते हुए राजौरी से चत्रु और वधावन होते हुए पहलगाम तक पहुंचे. यह वह इलाका है, जहां पर बड़ी संख्या में गुज्जर बकरवाल की आबादी है।
आतंकी हमले के एक प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार, अज्ञात हमलावरों ने पर्यटकों पर नजदीक से गोलियां चलाईं थीं। उन्होंने बताया कि कुछ घायलों को स्थानीय लोग अपने खच्चरों पर लादकर नीचे लाए. पहलगाम अस्पताल के एक चिकित्सक ने बताया कि 12 घायल पर्यटकों को वहां भर्ती कराया गया है और सभी की हालत स्थिर है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यहां बताया कि इससे कुछ देर पहले, गोलीबारी की आवाजें सुनने के बाद सुरक्षा बल पहलगाम पर्यटन की बैसरन घाटी की ओर रवाना हुए। यह घटना ऐसे समय हुई है जब वर्षों तक आतंकवाद से जूझने के बाद कश्मीर में पर्यटकों की संख्या में भारी वृद्धि देखी जा रही है।
इसके अलावा, 38 दिवसीय अमरनाथ यात्रा तीन जुलाई से शुरू होनी है। देश भर से लाखों तीर्थयात्री दो मार्गों से पवित्र गुफा मंदिर की यात्रा करते हैं। एक मार्ग दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबा पहलगाम मार्ग है जबकि दूसरा मार्ग गंदेरबल जिले में 14 किलोमीटर का छोटा बालटाल मार्ग है जहां खड़ी चढ़ाई है।
इस आतंकी हमले का मास्टरमाइंड है सैफुल्लाह खालिद
इंटेलिजेंस सूत्रों ने बताया कि पहलगाम अटैक में दो फॉरेन टेररिस्ट और दो लोकल आतंकी शामिल थे। सूत्रों ने कहा कि पहलगाम हमले का मास्टर माइंड सैफुल्लाह खालिद है। यह पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) से ऑपरेट करता है। इसकी लोकेशन रावलकोट बताई गई है। सैफुल्लाह ने एक महीने पहले हमले की चेतावनी भी दी थी। इसका 2019 का एक वीडियो भी वायरल हुआ था। इस वीडियो में सैफुल्लाह ने कहा था कि कश्मीर का मसला ठंडा नहीं होने देना है।