RAIPUR NEWS. छत्तीसगढ़ में आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने CGMSC घोटाले में बड़ी कार्रवाई की है। इस मामले में पूछताछ के बाद 5 अफसरों को गिरफ्तार कर लिया गया है रायपुर के स्पेशल कोर्ट में आज उन्हें पेश कर रिमांड मांगी जाएगी। गिरफ्तार अफसरों में CGMSC महाप्रबंधक तकनीशियन के पद पर रहे बसंत कुमार कौशिक, जीएम तकनीशियन कमलकांत पाटनवार, बायोमेडिकल इंजीनियर दीपक कुमार बंधे, छिरोद रौतिया और स्वास्थ्य विभाग स्टोर इंचार्ज डॉ. अनिल परसाई शामिल हैं।
बता दें कि कांग्रेस शासनकाल में स्वास्थ्य विभाग के CGMSC ने मोक्षित कॉरपोरेशन के माध्यम से छत्तीसगढ़ की राजकोष को किस तरह से खाली किया है। इस पूरे मामले को लेकर 660 करोड़ रुपए के गोल-माल को लेकर भारतीय लेखा एंव लेखापरीक्षा विभाग के प्रिंसिपल अकाउंटेंट जनरल (ऑडिट) आईएएस यशवंत कुमार ने एडिशनल चीफ सेक्रेटरी मनोज कुमार पिंगआ को पत्र लिखा था।
ये भी पढ़ें: लूट का यह गिरोह सक्रिय है, मार्निंग वॉक पर निकलते हैं तो अलर्ट हो जाएं
इस मामले में सप्लायर कंपनी मोक्षित कारपोरेशन के शशांक चोपड़ा को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। अब कारपोरेशन के अफसरों की अरेस्टिंग शुरू हुई है। इस मामले में आईएएस तथा राज्य प्रशासनिक सेवा के अफसरों से भी पूछताछ की जा चुकी है।
ये भी पढ़ें: बांग्लादेश में बनेगी नई सरकार…आखिर चुनाव तय हो गया, जानिए कब होगी वोटिंग
बता दें कि मामले में रीएजेंट सप्लायर मोक्षित कार्पोरेशन के डायरेक्टर शाशांक चोपड़ा को ईओडब्लू पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। प्रदेश के 776 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों सप्लाई की गई, जिनमें से 350 से अधिक ही प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र ऐसे हैं, जिसमें कोई तकनीकी, जनशक्ति और भंडारण सुविधा उपलब्ध ही नहीं थी। ऑडिट टीम के अनुसार DHS ने स्वास्थ्य देखभाल की सुविधाओं में बेसलाइन सर्वेक्षण और अंतर विश्लेषण किए बिना ही उपकरणों और रीएजेंट मांग पत्र जारी किया था।
ये है पूरा मामला
CGMSC घोटाले में अधिकारियों और कारोबारियों ने सरकार को 411 करोड़ रुपए का कर्जदार बना दिया। IAS, IFS समेत अफसरों ने मिलीभगत कर सिर्फ 27 दिनों में 750 करोड़ रुपए की खरीदी कर ली। इस केस में मोक्षित कॉर्पोरेशन के डायरेक्टर शशांक चोपड़ा EOW की रिमांड पर है।
CGMSC के अधिकारी, मोक्षित कार्पोरेशन, रिकॉर्ड्स एवं मेडिकेयर सिस्टम, श्री शारदा इंडस्ट्रीज और सीबी कार्पोरेशन ने 8 रुपए में मिलने वाला EDTA ट्यूब 2,352 रुपए और 5 लाख वाली CBS मशीन 17 लाख में खरीदी। मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन ने 300 करोड़ रुपए के रीएजेंट भी खरीदा।