BILASPUR NEWS. बिलासपुर नगर निगम के नवनिर्वाचित मेयर और पार्षदों का आज शपथ ग्रहण समारोह संपन्न हुआ। दिग्गज नेताओं की मौजूदगी में नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों ने शपथ लेते हुए निगम की बागडोर संभाली। हालांकि, शपथ लेने के साथ ही मेयर पूजा विधानी विवादों में भी आ गई हैं। शपथ ग्रहण में संप्रभुता की जगह सांप्रदायिकता शब्द का इस्तेमाल करने को लेकर विपक्ष नवनिर्वाचित मेयर पर सवाल खड़े कर रहा है। इसे लेकर सियासत गरमा गई है।
दरअसल, नगर निगम चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज करने के बाद मेयर पूजा विधानी सहित नव निर्वाचित पार्षदों का आज शपथ ग्रहण समारोह हुआ। इसमें केंद्रीय राज्यमंत्री तोखन साहू, डिप्टी सीएम अरुण साव सहित अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधि विशेष रूप से शामिल रहे। शपथ ग्रहण के दौरान नवनिर्वाचित मेयर पूजा विधानी ने गलत शपथ का वाचन करते हुए संप्रभुता के जगह सांप्रदायिकता शब्द का इस्तेमाल कर दिया।
हालांकि, तत्काल गलती सुधरते हुए मेयर से दोबारा शपथ का वाचन कराया गया। लेकिन अब मेयर के इस गलत शपथ बयानी को लेकर सियासत शुरू हो गई है। कांग्रेस, नव निर्वाचित मेयर के इस बयानी को लेकर सवाल खड़े कर रही है।
पूर्व महापौर का कहना है कि, भाजपा की सांप्रदायिकता वाली असल भावना, मानसिकता मेयर के शपथ के दौरान मंच से सामने आई है। भाजपा और उनके नेताओं का काम ही साम्प्रदायिकता की राजनीति करना है।
इधर शपथ ग्रहण में हुई चूक और विपक्ष के निशाने के बाद अब नवनिर्वाचित मेयर पूजा विधानी डैमेज कंट्रोल में लग गई हैं। उनका कहना है कि, मुझे संस्कृत में शपथ लेना था, लेकिन कागज नहीं आया। इसके कारण हिंदी में शपथ लेना पड़ा। इसमें थोड़ी गड़बड़ी हो गई। लेकिन अब शपथ हो गया है। ऐसे में वे अपने कर्तव्य का पालन करने के लिए तैयार हैं।
कांग्रेस विधायकों ने किया सदन का बहिष्कार, नेता प्रतिपक्ष ने BJP सरकार पर लगाए कई बड़े आरोप
विपक्ष का काम टिप्पणी व आरोप प्रत्यारोप करने का है, इसलिए अब वो 5 साल टिप्पणी करते रहें, हम शहर के विकास के लिए काम करते रहेंगे। बहरहाल, शपथ ग्रहण के साथ ही निगम में सियासी सरगर्मी बढ़ गई है। पक्ष- विपक्ष आमने सामने हैं। वार पलटवार का दौर शुरू हो गया है।