BIJAPUR NEWS. पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या मामले में लगातार कार्रवाई चल रही है। इस बीच, इससे जुड़ा नया मामला सामने आया है। दरअसल, मुकेश की अस्थियों का आज यानी 13 जनवरी को कलेश्वरम में विसर्जन होना था। परिजन जब मुक्तिधाम में अस्थि कलश लेने पहुंचे तो वो वहां नहीं था। आस-पास खोजा तो कुछ दूरी पर अस्थि कलश फूटा मिला और अस्थियां बिखरी हुईं थी।
अस्थियों के साथ छेड़छाड़ के मामले में परिजनों ने बीजापुर एसपी से शिकायत की है। सड़क गड़बड़ी के मामले को पत्रकार मुकेश चंद्राकर ने उजागर किया था। इसके बाद ठेकेदार सुरेश चंद्राकर और उसके भाई रितेश, दिनेश और सुपरवाइजर महेंद्र रामटेके ने पत्रकार की हत्या करवा दी थी। पुलिस में मामला दर्ज होने के बाद ठेकेदार के बाड़े में सर्चिंग करने के बाद मुकेश के शव को बरामद किया। इसके बाद पुलिस ने मामले में चार आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
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इस घटना के बाद परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार करने के बाद अस्थियों को एक घड़े में रखकर उसे मुक्तिधाम के ही पेड़ में डाल से बांध दिया था। सोमवार को जब परिजन अस्थियों को लेने के लिए पहुंचे तो देखा कि दिवंगत पत्रकार मुकेश चंद्राकर की अस्थियों के साथ छेड़छाड़ की गई थी। निर्धारित स्थल से 50 मीटर दूर घड़े को तोड़कर अस्थियां जमीन में फेंक दी गईं। मुकेश की अस्थियों से भरे कलश को तोड़कर मैदान में बिखेर दिए जाने से परिजनों व पत्रकारों में विरोध शुरू हो गया।
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परिजनों के मुताबिक मुकेश की अस्थियों को कलेश्वरम में विसर्जन किया जाना था, जिसके लिए मुक्तिधाम के पास जब अस्थि कलश लेने पहुंचे तो अस्थि कलश गायब था। वहीं, उसकी खोजबीन करने पर 50 मीटर दूरी पर कलश टूटी और अस्थियां बिखरी पड़ी थी। मामले को लेकर दक्षिण बस्तर पत्रकार संघ के साथ ही बस्तर जिला पत्रकार संघ के पदाधिकारियों ने बीजापुर एसपी से शिकायत की है।