RAIPUR. छत्तीसढ़ सरकार की सिफारिश के बाद पुलिस महानिदेशक (DGP) अशोक जुनेजा का कार्यकाल बढ़ा दिया गया है। केंद्र सरकार की अपाइंटमेंट कमेटी ने सेवा में छह महीने का एक्सटेंशन दे दिया है। यह एक्सटेंशन 4 अगस्त से लागू होगा। इसका आशय यह है कि जुनेजा फरवरी 2025 तक छत्तीसगढ़ के डीजीपी बने रहेंगे। उनकी सेवावृद्धि की सिफारिश छत्तीसगढ़ सरकार ने की थी, जिस पर केंद्र ने मुहर लगाई है।
केंद्र सरकार ने डीजीपी अशोक जुनेजा (IPS बैच-1989) को छह माह का एक्सटेंशन देने के आदेश जारी कर दिए हैं। छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से हफ्तेभर पहले जुनेजा को सेवावृद्धि देने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया था, जिसे मंजूरी दी गई। जुनेजा 1989 बैच के छत्तीसगढ़ कैडर के आईपीएस अफसर हैं और मूलतः इंजीनियर हैं। उन्होंने एमएससी-एमटेक की डिग्री हासिल करने के बाद यूपीएससी क्रैक की थी।
रायपुर एसएसपी समेत अशोक जुनेजा छत्तीसगढ़ में पुलिस महकमे से जुड़े सभी पदों पर रह चुके हैं। यही नहीं, केंद्र में प्रतिनियुक्ति के दौरान वे कामनवेल्थ गेम्स में सुरक्षा का जिम्मा भी संभाल चुके हैं। डीजीपी जुनेजा के प्रशासनिक कौशल और साफ-सुथरी कार्यशैली को ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने नवंबर 2021 में उन्हें डीजीपी बनाया था। इससे पहले वे छत्तीसगढ़ के एडीजी इंटेलिजेंस (खुफिया विभाग के चीफ) भी थे।
क्यों मिला एक्सटेंशन?
बता दें कि DGP अशोक जुनेजा के एक्सटेंशन के पीछे कई बड़ी वजह बताई जा रही है। इसमें एक भारतीय जनता पार्टी की नई सरकार आने के बाद नक्सल मोर्चे में जवानों को सफलता मिली है। उसके पीछे की अंतिम रणनीति पर मुहर के साथ ही सरकार और फोर्स में सामंजस्य बनाने में जुनेजा की अहम भूमिका रही है। चर्चा है कि सरकार नक्सल के खिलाफ चल रहे ऑपरेशन में किसी भी तरह का रुकावट नहीं चाहती है।
11 नवंबर 2021 को तत्कालीन डीजीपी डीएम अवस्थी को हटाकर अशोक जुनेजा को छत्तीसगढ़ का प्रभारी डीजीपी बनाया गया था। इसके 10 महीने बाद राज्य सरकार ने 5 अगस्त 2022 को पूर्णकालिक डीजीपी बना दिया था।