NEW DELHI. पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प ने हाल ही में एक पॉडकास्ट में अमेरिकी कॉलेज से ग्रेजुएशन करने वाले विदेशी छात्रों को ग्रीन कार्ड मुहैया करने का वादा किया है। उन्होंने आगे कहा कि इस कदम से भारत और चीन जैसे देशों के प्रतिभाशाली छात्र अमेरिका में रह पाएँगे। होस्ट ने जब ट्रम्प से पूछा कि अगर उनकी सरकार बनी तो क्या वो टेक्नोलॉजिकल कंपनियों को भारत जैसे देशों के प्रतिभाशाली लोगो की नियुक्तियों में मदद करेंगे?
इस पर ट्रम्प ने जवाब देते हुए कहा कि – मैं ऐसा करना चाहता हूँ और आगे ऐसा करूँगा भी। मुझे लगता है कि अमेरिका के कॉलेजो में पढ़ने वाले विदेशी छात्रों को ग्रेजुएशन के तुरंत बाद ग्रीन कार्ड दे देना चाहिए जिससे वे अमेरिका में रह कर अमेरिका के विकास में हाथ बँटा पाएँगे।
ट्रम्प ने आगे बात करते हुए बताया कि वो बहुत से ऐसे छात्रों को जानते है जिन्होंने अमेरिका से ग्रेजुएशन किया पर ग्रीन कार्ड ना मिलने पर वे यहां नहीं रुक सके और वापस अपने देश जाने के बाद वहाँ मिलेनियर बन गये। उनके मुताबिक़ अमेरिका को हाई स्किल्ड छात्रों को देश में रोकने की कोशिश करनी चाहिए और इसी वजह से वह ग्रेजुएशन के बाद ग्रीन कार्ड देने के पक्ष में है।
अमेरिका में भारत के 2 लाख से ज़्यादा बच्चे पढ़ रहे
2023 में जारी हुए आँकड़ो के मुताबिक़ अमेरिका में भारत के 2 लाख से अधिक बच्चे ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रहे है। बता दें कि इस साल अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव होने है जिसमे डॉनल्ड ट्रम्प एक मुख्य उम्मीदवार हैं और अगर चुनाव जीतने के बाद ट्रम्प अपनी इस बाद में क़ायम रहते हैं तो भारतीय छात्रों को ग्रीन कार्ड हासिल करने में आसानी होगी।
बाईडेन की नयी नागरिकता नीति की काट है ग्रीन कार्ड देने वाली बात
17 जून को बाईडेन सरकार ने एक नयी नागरिकता नीति लायी है जिस्म अवैध अप्रवासियों से जुड़ी एक नयी नीति की घोषणा की गई है। नये नियम के हिसाब से अमेरिका में अवैध अप्रवासी यदि किसी अमेरिकी नागरिक से शादी कर लेता है तो उसे ग्रीन कार्ड मिल जाएगा, हालाँकि इसका फ़ायदा उसे ही मिलेगा जो कम से कम 10 साल तक अमेरिका में रह चुका है और अन्य आवश्यकताओं को पूरा करता है। इसके अलावा वो बच्चे भी नागरिकता के हकदार होंगे जिनके माता-पिता में से किसी एक ने अमेरिकी नागरिक से शादी की है। बाईडेन सरकार का मानना है कि इससे 5 लाख लोगों को फ़ायदा होगा और अमेरिकी नागरिकों के क़रीब 50 हज़ार बच्चों को भी इसका लाभ मिलेगा।
अप्रवासन के मुद्दे पे ट्रम्प की दो टूक
ट्रम्प का अप्रवासन के मुद्दे पे कड़ा स्टैंड रहा है। वे बाईडेन सरकार के ऊपर पहले भी अवैध अप्रवासियों को रोकने में नाकाम रहने पर आरोप लगा चुके है। ट्रम्प जन्म से ही नागरिकता देने के नियम को भी ख़त्म करने की बात कर चुके हैं, उन्होंने बार-बार कहा है कि अगर वो फिर से राष्ट्रपति चुने जाते हैं तो वो बड़े पैमाने पर देश से अप्रवासियों को बाहर निकालेंगे।