RAIPUR. छत्तीसगढ़ के इंजीनियरिंग कॉलेजों में इस बार शून्य पाने को भी एडमिशन मिलेगा। दरअसल, प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन के लिए 13 जून को प्री एग्रीकल्चर टेस्ट (पीईटी) होगा। इसके लिए करीब 18 हजार आवेदन मिले हैं। इस परीक्षा में शामिल होने वाला हर छात्र प्रवेश के लिए पात्र होगा। इंजीनियरिंग में प्रवेश को लेकर पिछले साल नियम लागू किया गया था।
नए नियम के अनुसार पीईटी में न्यूनतम 10 प्रतिशत अंक पाने की अनिवार्यता को समाप्त किया गया। इस नियम के अनुसार इस बार भी एडमिशन होंगे। इस तरह से पीईटी में शामिल होने वाले छात्र ने यदि एक सवाल का भी सही जवाब नहीं दिया और उसे शून्य नंबर मिला तब भी वह इंजीनियरिंग में प्रवेश के लिए पात्र होगा।
प्रदेश में इस बार इंजीनियरिंग की करीब साढ़े दस हजार सीटों में प्रवेश होने की संभावना है। उधर, इंजीनियरिंग के अलावा पीईटी से एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग, फूड टेक्नोलॉजी, डेयरी टेक्नोलॉजी में भी एडमिशन हैं। राज्य में इनकी करीब साढ़े तीन सौ सीटें हैं। आवेदन संख्या थोड़ी कम होने की वजह से माना जा रहा है कि इस बार भी इन सभी तकनीकी कोर्स में प्रवेश की राह आसान होगी।
प्रदेश के गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज यानी जीईसी हर बार छात्रों की पहली पसंद रहते हैं। इसलिए इनमें कंपीटिशन ज्यादा होगा। पिछले कुछ वर्षों के आंकड़े से यह पता चलता है कि इंजीनियरिंग की कई कॉलेजों में भले ही ज्यादा सीटें खाली रही हो, लेकिन जीईसी समेत कुछ निजी कॉलेजों की डिमांड रही है। खासकर, कुछ ब्रांच की डिमांड ज्यादा है।
प्रदेश में अभी पीईटी आयोजित की जाएगी। इसके रिजल्ट जून के आखिरी सप्ताह या जुलाई के पहले सप्ताह तक जारी होने की संभावना है। जबकि अगस्त के पहले सप्ताह से काउंसिलिंग शुरू होने की संभावना है। प्रदेश में करीब 30 इंजीनियरिंग कॉलेज हैं। इनमें से तीन गवर्नमेंट कॉलेज हैं। पिछली बार गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज रायपुर में 294, गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज बिलासपुर में 273 जबकि गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज जगदलपुर में 282 सीटें थी। इस बार भी इन कॉलेजांे में इंजीनियरिंग की इतनी ही सीटें रहने की संभावना है।