SAKTI. अशासकीय विद्यालय प्रबंधक संघ जिला सक्ती द्वारा जिले में निशुल्क शिक्षा के तहत गरीब बच्चे जो कि अशासकीय विद्यालयों में पढ़ रहे हैं उनकी क्षतिपूर्ति राशि प्रदान करवाने हेतु संघ द्वारा शनिवार को कलेक्टर को ज्ञापन सौपा गया है।
ना मिली राशि ना मिला आश्वासन
संघ से मिली जानकारी के अनुसार केवल सक्ती जिले में पिछले कई वर्षों की राशियां लंबित हैं, जिसके भुगतान के लिए विगत 03 वर्षों से अशासकीय विद्यालय के संचालक अधिकारियों एवं नेताओं की खाक छान रहे हैं, लगभग सभी कार्यालयों तथा नेताओं से मिलकर उनसे लिखित में आवेदन देकर अनुरोध किया गया लेकिन अभी तक सरकार से ना राशि मिली ना ही कोई आश्वासन मिला है।
मांग पत्र में लिखी ये बात
अशासकीय विद्यालय प्रबंधक संघ जिला सक्ती के द्वारा मांग किए गए पत्र में लिखा गया है कि केवल शक्ति जिले की बहुत सी राशियां शेष है, जिसमें 2016 से 2020 तक की लगभग 3,30 करोड़ सत्र 2020 21 कि 4,30 करोड़ तथा पिछला सत्र 2022 23 जिसे समाप्त हुए 3 महीने हो चुके हैं की पूरी राशि सभी विद्यालयों की शेष है।
ज्ञात हो कि निशुल्क शिक्षा के तहत सभी अशासकीय विद्यालयों में प्रतिवर्ष गरीब बच्चों की विशेष अभियान चलाकर भर्ती कराई जाती है जोकि विगत 10 वर्षों से अनवरत जारी है तथा सभी विद्यालयों में इनकी संख्या बढ़ चुकी है परंतु इनकी क्षतिपूर्ति की राशियां समय पर ना प्रदान करने से सभी स्कूलों पर आर्थिक असर पड़ रहा है।
वहीं संघ ने घोषणा कि है की अगर उक्त राशियां भुगतान नहीं की जाती है तो वह चरणबद्ध आंदोलन करेंगे साथ ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से भी आग्रह किया गया है कि इस मामले पर कार्यवाही करें।
ज्ञापन देने वालों ने शक्ति के जिला अध्यक्ष विजय लारेंस उपाध्यक्ष अनिल दरयानी सचिव योगेश साहू सह सचिव कृष्ण कुमार जायसवाल ,मोहम्मद अनीस, नितिन सोनी , आशुतोष चंद्रा, अशोक चंद्रा ,गुलाब चंद्र ,लीलाधर चंद्रा संतोष रत्नाकर ,सुशील चंद्रा सोमेश जायसवाल , शिव सिदार आदि बड़ी संख्या में संचालक मौजूद रहे।