MAHSMUND. महासमुंद के पूर्व अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर के साथ मारपीट करने का मामला सामने आया है। पूर्व अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर के साथ एक कांग्रेस नेता द्वारा सामाजिक अधिवेशन में कार्यक्रम स्थल पर ही मारपीट की गई है। संसदीय सचिव विनोद चंद्राकर के छोटे भाई प्रमोद चंद्राकर पर उनके साथ मारपीट का अरोप लगा है।
इस मामले को लेकर भाजपा नेता प्रकाश चंद्राकर ने आरंग थाना में प्रमोद चंद्राकर के खिलाफ रिपोर्ट लिखाई है। वहीं महासमुंद थाना में अपने एवं परिवार के लोगों की सुरक्षा को लेकर मांग की है। पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष ने आज प्रेस कांफ्रेंस में यह जानकारी दी है।
बता दें कि महासमुंद में भाजपा और कांग्रेस के बीच नगरपालिका अध्यक्ष को लेकर भी काफी समय से विवाद चल रहा है। कुछ महीनों पहले ही महासमुंद नगर पालिका के पार्षदों ने अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था। कलेक्टर ने इसके लिए चार जुलाई को मतदान करा लिया था। इसमें अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में 20 वोट पड़े। तीन वोट अविश्वास प्रस्ताव के विरोध में पड़े। जबकि 6 पार्षद गैर हाजिर रहे। अविश्वास प्रस्ताव पारित होने के बाद प्रकाश चंद्राकर को अध्यक्ष पद छोड़ना पड़ा था। कलेक्टर ने पालिका के उपाध्यक्ष कृष्णा चंद्राकर को कार्यवाहक अध्यक्ष की जिम्मेदारी दे दी थी।
बता दें कि महासमुुंद नगर पालिका में 30 पार्षद हैं। 2020 में नगर पालिका चुनाव के बाद भाजपा के पक्ष में 16 पार्षद थे। उनकी बदौलत भाजपा के प्रकाश चंद्राकर पालिका अध्यक्ष चुने गए थे। वहां नगर पालिका उपाध्यक्ष की कुर्सी कांग्रेस पार्षद के पास रही। कांग्रेस पार्षदों ने नगर पालिका अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। इस बीच भाजपा के छह पार्षद एक साथ अज्ञातवास पर चले गए। वहीं दो पार्षदों ने क्षेत्रीय विधायक विनोद चंद्राकर की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता ले ली थी।