KORBA. एक महिला आरक्षक की संवेदनशीलता के चलते एक महिला की जान बच गई है। महिला आरक्षक ने न सिर्फ समय पर महिला को अस्पताल पहुंचाया बल्कि तमाशबीन बनी भीड़ को एक शिक्षा भी दी है।
कुछ घटनाएं ऐसी होती हैं जिनमें मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मी हत प्रभ रह जाते हैं और त्वरित राहत में विलंब हो जाता है। जब मौके पर एंबुलेंस ना हो, डायल 112 वाहन किसी दूसरे इवेंट पर गया हो और आम जनता तमाशबीन बनी हो, तब ऐसे कठिन वक्त में सूझ बूझ से काम लेना ही होता है। एक ऐसे ही मामले में महिला आरक्षक रेहाना फातिमा ने बड़ी ही संयम और तत्परता का परिचय दिया है। जहां बीच सड़क पर जहर सेवन करने वाली संभ्रांत परिवार की एक महिला को महिला आरक्षक ने बमुश्किल 15 मिनट के भीतर शहर से लगभग 7 किलोमीटर दूर जिला अस्पताल पहुंचाया और समय पर उपचार मिल जाने से महिला की जान बच गई।
दरअसल, आज दोपहर एक महिला ने कोई जहरीला पदार्थ पी लिया। सूचना पर महिला आरक्षक रेहाना फातिमा तत्काल मौके पर पहुंची और ऑटो की मदद से महिला को तत्काल जिला चिकित्सालय पहुंचाया। सूचना मिलने के महज 15 मिनट के भीतर रेहाना की तत्परता ने पीड़िता को समय पर उपचार दिलाया और उसकी जान बचाई जबकि वहां पर भीड़ तमाशबीन बनी हुई थी।