तीरंदाज डेस्क। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक फरवरी 2022 को पेश किए बजट में दो सौ नए टीवी चैनलों को शुरू करने की जो घोषणा की थी। इस पर काम भी शुरू हो चुका है। इसके तहत अगले दो से तीन महीनों में करीब सौ टीवी चैनलों को शुरू करने की तैयारी भी है। इनमें कई ऐसे चैनलों को भी शुरू करने की योजना है, जिसके जरिए सिर्फ व्यावसायिक शिक्षा की ही पढ़ाई कराई जाएगी।
इन चैनलों को शुरू करने की जो योजना बनाई गई है। उनमें करीब सौ टीवी चैनल अकेले स्कूली शिक्षा के लिए होंगे। इसी तरह से उच्च शिक्षा के लिए भी करीब 50 चैनेल शुरू होंगे, जबकि व्यवसायिक शिक्षा और तकनीकी शिक्षा के लिए भी कुछ समर्पित चैनलों को शुरू करने की योजना है।
बताते चलें कि कोरोना महामारी ने वैसे तो हर क्षेत्र में बदलाव पैदा किया है। मगर, इसका सबसे बड़ा असर शिक्षा क्षेत्र में देखने को मिला है। स्कूल-कॉलेज बंद होने की वजह से मजबूरी में आनलाइन और डिजिटल शिक्षा का माध्यम अपनाना पड़ा। हालांकि, अब यह बच्चों को घर बैठे ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया कराने का एक अहम जरिया भी बन गया है। ऐसे में सरकार की मंशा है कि दूरस्थ इलाकों के बच्चों को भी गुणवत्ता युक्त शिक्षा मिल सके।
इस पहल की सबसे ज्यादा फायदा ग्रामीण और दूर-दराज के क्षेत्रों में रहने वाले छात्रों को मिलेगा, जो अभी बेहतर स्कूलों की पहुंच से दूर है। इसके लिए इंटरनेट आदि की जरूरत भी नहीं रहेगी।
पहली से बारहवीं तक के लिए है एक-एक समर्पित चैनल
शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक मौजूदा समय में पीएम-ईविद्या योजना के तहत बारह टीवी चैनल संचालित किए जा रहे हैं। इनमें पहली से बारहवीं तक के लिए एक-एक समर्पित चैनल है। वैसे तो इसे काफी पहले ही शुरू होना था, लेकिन कंटेंट तैयार होने में देरी के चलते इसे काफी देरी से शुरू किया गया था। अब इस कंटेट को दूसरी भाषओं में अनुवाद कर तेजी से लाने की तैयारी है।