इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में बग्समिरर नाम की कंपनी चलाने वाले अमन पांडे ने गूगल में करीब 300 गलतियां ढूंढ निकली हैं। इसके लिए गूगल ने उन्हें करोड़ों रुपए का इनाम दिया है। वह करीब 2 साल से गूगल में छुपी हुई कमियों को ढूंढ़ रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने इंदौर में दो महीने पहले ही अपनी कंपनी बग्समिरर की शुरुआत की है, जिसमें 15 कर्मचारियों का स्टाफ है। इससे पहले सैमसंग भी उन्हें बग्स ढूंढ़ने के लिए इनाम दे चुकी है।
मूल रूप से झारखंड के रहने वाले अमन ने बीटेक भोपाल से किया है। उन्होंने बताया कि गूगल ने उन्हें इनाम के तौर पर जितना भी पैसा दिया है वे उसका उपयोग अपनी कम्पनी को आगे बढ़ाने के लिए काम में लगा रहे है. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें गूगल ने अभी तक कई उपहार भी भेजे हैं। हालांकि, उन्होंने पूरी राशि के बारे में नहीं बताया। अमन बताते हैं कि गूगल, एप्पल और अन्य कंपनियों के सिक्योरिटी सिस्टम को अधिक मजबूत बनाने में उनकी कंपनी मदद करती है।
बताते चलें कि एंड्राइड वल्नरेबिलिटी रिवॉर्ड प्रोग्राम (वीआरपी) के तहत साल 2019 में पहली बार रिपोर्ट दी थी। तब से अब तक वह एंड्राइड वल्नरेबिलिटी रिवॉर्ड प्रोग्राम (वीआरपी) के लिए 280 से अधिक वल्नरेबिलिटी के बारे में रिपोर्ट कर चुके हैं। यह हमारे प्रोग्राम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण साबित हुआ है।
पिछले साल इस प्रोग्राम के तहत 220 सिक्योरिटी रिपोर्ट के लिए 2,96,000 डॉलर का भुगतान किया गया। इस बार क्रोम वीआरपी के तहत 115 शोधकर्ताओं को 333 क्रोम सिक्योरिटी बग के बारे में रिपोर्ट करने के लिए कुल 33 लाख डॉलर दिए। गूगल प्ले ने 60 से अधिक शोधकर्ताओं को 5,55,000 डॉलर से अधिक का पुरस्कार दिया।