भिलाई। नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस पार्टी को भारी बहुमत मिलने के बाद भी पार्षदों को पिकनिक के लिए टूर पर भेजा जा रहा है। यह तो तय है कि 4 निगम में हुए चुनाव के बाद यहां कांग्रेस का महापौर व सभापति बैठेंगे। इसके बाद भी पार्टी को शंका है कि उनके पार्षद टूट सकते हैं या विरोधी उन्हें साध लेंगे। इसी उधेड़बुन में प्रदेश कांग्रेस आलाकमान ने भिलाई निगम व भिलाई चरोदा निगम के पार्षदों को टूर पर भेज दिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भिलाई निगम के पार्षदों को ओडिशा के जगन्नाथ धाम पूरी व भिलाई 3 चरोदा के पार्षदों को गोवा ट्रिप पर भेजा गया है।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस पार्टी ने इस बार नगरी निकाय चुनाव के दौरान चार निगमों सहित 15 निकायों में शानदार सफलता हासिल की है। मतगणना पूरी होने के बाद ही सभी पार्षदों को राजधानी रायपुर बुला लिया गया था। 2 दिन की खातिरदारी के बाद शनिवार शाम को पार्षद वापस आए रविवार को विजय जुलूस निकाला और उसी शाम फिर रायपुर के लिए रवाना हो गए। बताया जा रहा है कि आज सुबह नाश्ते के बाद भिलाई निगम के पार्षदों को पुरी ट्रिप पर भेज दिया गया है। इससे पहले भिलाई तीन चरोदा निगम के पार्षदों को गोवा ट्रिप पर भेज दिया गया।
दिन भर होती रही टूर की चर्चा
चुनाव जीतने के बाद भिलाई निगम के वार्डों से गायब कांग्रेसी पार्षदों को लेकर शहर में चर्चा का दौर भी गर्म है। कहीं टूर को लेकर जिक्र हो रहा है तो कहीं राजधानी रायपुर में खातिरदारी की बात कर रहे हैं। इसे अलग नजरिए से भी देखा जा रहा है। लोग यहां तक कहने लगे हैं कि चुनाव जीतते ही हमारे पार्षद गायब है तो आगे क्या होगा। बहरहाल बताया जा रहा है कि ट्रिप पर भिलाई निगम व भिलाई चरोदा निगम के पार्षदों की खातिरदारी की पूरी तैयारी है। वहीं यह भी जानकारी मिली है कि पार्षदों का टूर लंबा चलेगा और उसी दिन इनकी वापसी होगी जिस दिन महापौर व सभापति के नामों पर मुहर लग जाएगी।
रिसाली निगम के पार्षद घर पर नजरबंद
एक ओर नगर निगम भिलाई व नगर निगम भिलाई चरोदा के पार्षद अलग-अलग जगह टूर पर निकल गए हैं। वहीं नगर निगम रिसाली के पार्षद अपने अपने घरों में नजरबंद है। बताया जा रहा है कि गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने रिसाली निगम के सभी कांग्रेस पार्षदों को निर्देश दिया है कि बिना सूचना के कोई भी पार्षद कहीं नहीं जाएगा। गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने पार्षदों को निर्देश दिया है कि जब तक महापौर का चयन नहीं हो जाता तब तक पार्षद शहर में ही रहेंगे। यही कारण है कि रिसाली के पार्षद अपने अपने घरों में हैं। यही नहीं उक्त पार्षद मीडिया से भी बचकर चल रहे हैं।