रायपुर। छत्तीसगढ़ समेत देशभर में आज से पांच दिन की दिवाली शुरू हो रही है। 2 नवंबर को धनतेरस (Dhanteras), 3 नवंबर को रूप चौदस (Roop Chaudas), 4 नवंबर को लक्ष्मी पूजन (Laxmi Puja), 5 नवंबर को गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja) और 6 नवंबर को भाईदूज (Bhai Dooj) है। इसकी शुरुआत धनतेरस से होती है। इसके लिए खरीदारी का शुभ मुहूर्त सुबह 9.13 बजे से शुरू हो रहा है। इसके बाद दिनभर में 3 मुहूर्त और हैं। इस तरह धनतेरस पर 4 महामुहूर्त मिलेंगे।
ज्योतिषियों का कहना है कि इस दुर्लभ संयोग में शाम को भगवान धन्वंतरी और कुबेर की पूजा के साथ यम दीपदान करना लाभदायक रहेगा। ज्योतिषियों के अनुसार, कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस मनाया जाता है। मंगलवार को सुबह 11.30 बजे तक द्वादशी तिथि है। इसके बाद त्रयोदशी तिथि शुरू हो जाएगी। शास्त्र, पुराणों में धन त्रयोदशी को सायंकालीन व्यापिनी माना गया है, इसीलिए धनतेरस मंगलवार को ही मनाया जाएगा।
राशी अनुसार यह खरीद सकते हैं
मेष: पति या पत्नी के लिए स्वर्ण आभूषण।
वृषभ: सजावट सामग्री और वाहन।
मिथुन: प्रतिमा, हरे रत्न जड़ा ब्रेसलेट।
कर्क: मोती, वस्त्र, आभूषण, घर,प्लॉट।
सिंह: लॉकर, वाहन, कंप्यूटर, आभूषण।
कन्या: चूल्हा, किचन सामान, पन्ना रत्न।
तुला: लाइट, लैंप, पर्दे व सोने की अंगूठी।
वृश्चिक: देव मंदिर, मूंगा व सोने का हार।
धनु: मां के लिए आभूषण, लक्ष्मी यंत्र।
मकर: यंत्र, वाहन, रजत के आभूषण।
कुंभ: मिट्टी का घड़ा, चौड़े मुंह का पात्र।
मीन: मोती, पुखराज, वाहन, वस्त्र, घर।
(TNS)