तीरंदाज, रायपुर। लखीमपुर में किसानों की मौत के बाद सियासत तेज हो गई है। विपक्षी दल किसी भी तरह लखीमपुर जाना चाहते हैं। इसी क्रम में छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल भी लखनऊ पहुंचे। लेकिन उत्तर प्रदेश की पुलिस ने उन्हें लखनऊ एयरपोर्ट से बाहर ही नहीं निकलने दिया। इससे नाराज सीएम बघेल वहीं जमीन पर बैठकर धरना देने लगे। बता दें कि इसके पहले प्रियंका गांधी वाड्रा भी लखीमपुर जाने की कोशिश कर चुकी हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन्हें भी नजरबंद कर दिया था। कुल मिलाकर विपक्षी दलों के नेता लखीमपुर जाना चाहते हैं और उत्तर प्रदेश पुलिस किसी भी सूरत में उन्हें वहां नहीं जाने देना चाहती है।
लखीमपुर में किसान आंदोलन के दौरान रविवार को भाजपा नेता के बेटे की तेज रफ्तार गाड़ी ने कई किसानों को रौंद दिया था। इसमें करीब आठ लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद हिंसा भड़की और आगजनी भी हुई। इसके बाद विपक्षी दल सक्रिय हो गए। कांग्रेस की ओर से प्रियंका गांधी वाड्रा ने लखीमपुर चलो की पहल शुरू की। इसके बाद कांग्रेस व अन्य दलों के नेताओं का स्र्ख उत्तर प्रदेश की ओर हो गया। प्रियंका गांधी वाड्रा भी लखीमपुर जाने के लिए निकलीं, लेकिन उन्हें भी सीतापुर के पास रोक दिया गया था। छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल के लखीमपुर जाने की योजना थी, लेकिन उनके हेलीकॉप्टर को लखीमपुर में उतरने की अनुमति नहीं मिली। इसके बाद मंगलवार को वे दिल्ली होते हुए लखनऊ पहुंचे। यहां उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन्हें रोक लिया। सीएम बघेल को लखनऊ एयरपोर्ट के बाहर नहीं निकलने दिए गए।
सीएम बघेल ने रास्ता रोक रहे पुलिस अफसरों से कहा कि वे लखीमपुर नहीं जा रहे हैं। वे प्रदेश कांग्रेस कमेटी के दफ्तर जाएंगे। धारा 144 लखीमपुर में लगी है, न कि लखनऊ में। इसके बाद भी जब अफसर नहीं माने तो बघेल एयरपोर्ट पर ही जमीन पर बैठकर धरना देने लगे। फिलहाल सीएम को एयरपोर्ट के गेस्ट हाउस में ले जाया गया है।
प्रियंका गिरफ्तार, शांति भंग का केस दर्ज
लखीमपुर जाते वक्त सोमवार को प्रियंका गांधी वाड्रा को सीतापुर के पास रोक लिया गया था। इसके बाद उन्हें पीएसी गेस्ट हाउस को जेल घोषित करते हुए वहां रखा गया था। प्रियंका ने पीएम नरेन्द्र मोदी के नाम ट्वीट किया था कि आपकी सरकार ने बिना कोई कारण बताए उन्हें 28 घंटे से हिरासत में ले रखा है। इसके बाद उनके खिलाफ शांति भंग का केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया।
(TNS)