रायगढ़। नेशनल हाइवे -49 के पास चारभांठा दर्राडोली के एक पैरावट में मिले अज्ञात महिला की नग्न लाश की गुल्थी पुलिस ने सुलझा ली है। मामले में पुलिस को मौका ए वारदात में मिले सबूतों और सीसीटीवी फुटेज खंगालते हुए 36 घंटे के भीतर आरोपी युवक को गिरफ्तार करने में सपलता मिली है।
14 जनवरी की देर शाम भूपदेवपुर पुलिस को सूचना मिली थी कि रायगढ़-खरसिया हाइवे के ग्राम चारभांठा दर्राडोली के पास एक अज्ञात महिला उम्र करीब 30-35 वर्ष का शव पड़ा है। सूचना पर तत्काल थाना प्रभारी भूपदेवपुर निरीक्षक अमित शुक्ला अपने स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे थे।
पुलिस पहुंची तो गांव के भूनेश्वर पटेल के खेत के पास महिला पैरा के ऊपर निर्वस्त्र पडी थी। जिसके गले में धारदार हथियार चले होने के निशान थे। खून बहकर सूख गए थे। शव से कुछ दुरी पर रेलवे टिकिट एवं देशी व अंग्रेजी शराब की खाली बोतल पड़ी थी। कुछ दूरी पर सामान जलने का निशान था। थाना भूपदेवपुर में अज्ञात आरोपी पर अपराध धारा 302 का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीना के दिशा निर्देशन पर घटना के बाद से एसडीओपी खरसिया थाना भूपदेवपुर, चैकी खरसिसया एवं साइबर सेल स्टाफ के साथ घटना के हर पहलुओं पर बारीकी से जांच पड़ताल की गई।
शव परीक्षण में मृतिका के दाहिने हाथ में “अनूप कुमार” गोदना से लिखा था, वहीं रेलवे के टिकट बेलपहाड़ का मिला। उसके बाद पुलिस की एक टीम बेलपहाड़ ओडिशा रवाना हुई। गोदना पर लिखे अनूप कुमार नाम के व्यक्ति एवं मृतिका की फोटो दिखाकर परिजनों की पतासाजी की गई, जिसमें मृतिका का बसंती भरा सागर और पति स्व. अनूप भरा सागर (37 वर्ष) निवासी प्रेमनगर, वार्ड 28, चक्रधरनगर, जिला रायगढ़, निवासी बेलपहाड़ वार्ड 07 जिला झारसुगुडा ओडिशा के होने की जानकारी हुई।
घटनास्थल पर मिले साक्ष्य, गवाहों एवं आसपास के सीसीटीवी फुटेज पर चारभांठा के फत्ते सिंह के साथ मृतिका को देखे जाने के सबूत मिले। जिस आधार पर फत्ते सिंह को संदेह पर लेकर पूछताछ की गई। पुलिस को काफी गुमराह करने के बाद आखिरकार उसने अपराध करना कबूला और अंतरंग रिश्ते से परेशान होकर बसंती भरा की हत्या करना स्वीकार किया।
आरोपी फत्ते लाल पटेल उर्फ धना सिंह पटेल ने पुलिस को बताया कि 2017 से वह बेलपहाड़ गुमाडेरा टीकेएल कंपनी में मकान पेंटिंग का काम ठेकेदारी पर करता है। काम के दौरान बसंती भरा सागर निवासी बेलपहाड़ जो कंपनी में साफ-सफाई का काम करती थी उससे पहचान हुृई। पता चला कि बसंती का पति मर चुका है और बच्चों को लेकर मायके में रहती है। इसके बाद से आरोपी फत्ते लाल से बसंती मोबाइल पर बातचीत करने लगी। करीब दो साल से दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ी।
आरोपी ने बताया कि इसी का फायदा उठाकर बसंती शादी करने की जिद कर रही थी। वह बार-बार दबाव बनाकर मनमाने तरीके से रुपए मांगने लगी थी। फत्ते सिंह ने बताया कि कई बार वह उसे 10000- 10000 दे चुका था। उसके पैसे मांगने और शादी करने की जिद से परेशान होकर उसकी हत्या कर दी।
पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि 11 जनवरी 2022 को बसंती इसे कॉल कर बताई कि उसकी तबीयत खराब है। मैं रायगढ़ आ रही हूं इलाज करा देना। उसके बाद दूसरे दिन 12 जनवरी को रायगढ़ आकर अपने रिश्तेदार के यहां रुक गी। 13 जनवरी की सुबह बसंती ने फत्ते सिंह को रायगढ़ बुलाई जिसके साथ रायगढ़ में किसी निजी हास्पीटल में इलाज कराया। उसके बाद आरोपी ने घर वापस चले जाने बसंती को बोला और फत्ते सिंह अपने घर चारभांठा आ गया।
पुलिस के अनुसार उसी शाम करीब 4 बजे बसंती फत्ते सिंह को मोबाइल पर कहा “रेलवे स्टेशन में हूं तुम स्टेशन आ जाओ, नहीं तो बेलपहाड़ में रहने नहीं दूंगी, बदनाम कर दूंगी” कहकर धमकी देने लगी। तब फत्ते सिंह बसंती की हत्या के इरादे से घर से एक प्लास्टिक के थैले में लोहे का कत्ता लेकर मोटरसाइकिल से रायगढ़ गया।
रायगढ़ रेल्वे स्टेशन के पास बसंती मिली। बसंती और फत्ते सिंह दोनों शराब पीते थे। फत्ते सिंह रायगढ़ से शराब खरीदकर बसंती को मोटरसाइकिल में बिठाकर दर्रापाली हाईवे के पास ले गया, जहां दोनों ने शराब पी और इसी बीच बसंती के नशे का फायदा उठाकर लोहे के कत्ते से उसके गले पर वार कर हत्या कर दी। और कत्ते को फत्ते सिंह पैरा के नीचे छिपा दिया और मृतिका के कपड़े वगैरह को पैरा में जलाकर साक्ष्य नष्ट करने का प्रयास किया।
(TNS)