PRAYAGRAJ NEWS. आस्था की संगम नगरी प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से कुंभ मेला शुरू हो रहा है। कुंभ शुरू होने से पहले साधु-संत अपने-अपने आखाड़े में आने लगे हैं। इसके साथ ही कुंभ 2025 की औपचारिक शुरुआत भी हो गई है। सबसे पहले जूना अखाड़े ने छावनी प्रवेश की शुरुआत की है। कुंभ में आय साधु संत अपने-अपने तंबू में रहते है। हर साल कुंभ में अजब-गजब बाबा भी पहुंचते है। ऐसे ही एक बाबा भी प्रयागराज पहुंचे है। जो एक दशक से अपना एक हाथ विश्व कल्याण के लिए उठा रखा है।
संगम नगरी में हर 12 साल में होने वाला महाकुंभ मेले में जूना अखाड़े के भी कई अजब-गजब बाबा भी पहुंच रहे हैं। उन्हीं बाबा में से एक मध्य प्रदेश के उज्जैन के रहने वाले राधे पुरी बाबा हैं। जो साल 2011 से विश्व में कल्याण के लिए हठ योग कर रहे है। जिसे देखकर हर कोई आश्चर्य चकित रह जाता है। उन्होंने लगभग 14 साल से अपना एक हाथ उठा कर रखा है। राधे पुरी बाबा ने हठ तपस्या की वजह से अपनी एक अलग पहचान बना ली है।
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13 जनवरी से कुंभ 2025 की शुरुआत हो रही है। जिसका समापन 26 फरवरी 2025 को होगा। पूरी दुनिया में यह अपनी विशिष्टता और भव्यता के लिए प्रसिद्ध है। कुंभ में अलग-अलग अखाड़े के साधु संत आते हैं। जिनको देखने के लिए बढ़ी संख्या में श्रद्धालु कुंभ में पहुंचते है। वहीं पूरी दुनिया से भी पर्यटक कुंभ मेले में शामिल होते है।
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कुंभ मेले में शाही स्नान का अपना विशेष महत्व होता है। इस दिन अखाड़ों के साधु संत पहले संगम में स्नान करते हैं जिसके बाद आय हुए श्रद्धालु डुबकी लगाते हैं। 13 जनवरी से 2025 से शुरू होने वाले कुंभ में मुख्य स्नान तिथियां इस प्रकार हैं।
13 जनवरी 2025: पौष पूर्णिमा
14 जनवरी 2025: मकर संक्रांति (पहला शाही स्नान)
29 जनवरी 2025: मौनी अमावस्या (दूसरा शाही स्नान)
3 फरवरी 2025: वसंत पंचमी (तीसरा शाही स्नान)
4 फरवरी 2025: अचला सप्तमी
12 फरवरी 2025: माघी पूर्णिमा
26 फरवरी 2025: महाशिवरात्रि (अंतिम स्नान)