MUMBAI NEWS. शेयर बाजार एक बार फर तेजी से उछतला है। 7 अप्रैल की गिरावट के बाद सेंसेक्स 350 अंक से ज्यादा चढ़कर 73,500 के करीब कारोबार कर रहा है। वहीं निफ्टी में भी करीब 120 अंक की तेजी है, ये 22,300 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। बैंक और रियल्टी शेयरों में सबसे ज्यादा तेजी है। 8 अप्रैल की सुबह सेंसेक्स में करीब 1200 अंकों की तेजी थी। वहीं निफ्टी लगभग 400 अंक ऊपर था। यानी, ऊपरी स्तरों से सेंसेक्स 850 अंक नीचे और निफ्टी करीब 300 अंक आ गया है। दरअसल, चौतरफा खरीदारी के बीच हर सेक्टोरल इंडेक्स ग्रीन जोन पर है, सिर्फ टीसीएस के शेयर रेड जोन पर है।
वहीं, टाटा स्टील, अडानी पोर्ट्स और टाइटन के शेयरों में गजब का उछाल देखने को मिल रहा है। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी तेजी देखने को मिल रही है। सोमवार को 13 लाख करोड़ से ज्यादा का नुकसान होने के बाद मंगलवार को BSE पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप में 8.47 लाख करोड़ का उछाल आया। बता दें कि सोमवार को बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 3,89,25,660.75 करोड़ रुपये था, जबकि मंगलवार को शुरुआती कारोबार में आई तेजी से यह 3,97,73,006.86 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। यानी कि निवेशकों को कुल 847,346.11 करोड़ रुपये का प्रॉफिट हुआ।
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जानकारों के अनुसार एशियाई बाजारों में जापान का निक्केई इंडेक्स करीब 6% चढ़कर कारोबार कर रहा है। वहीं हॉन्गकॉन्ग के इंडेक्स में 2% की तेजी है। NSE के इंटरनेशनल एक्सचेंज पर ट्रेड होने वाला गिफ्टी निफ्टी भी 1.5% ऊपर है। ये बाजार के ऊपर खुलने का संकेत देता है। निफ्टी 50 और सेंसेक्स के चार्ट ओवरसोल्ड RSI लेवल दिखा रहे हैं। इससे शॉर्ट-कवरिंग और नई खरीदारी की उम्मीद की जा रही है।
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बीते दिन भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त गिरावट आई, जिसके पीछे जिम्मेदार ट्रंप के रेसिप्रोकल टैरिफ को ठहराया जा रहा है। इससे ग्लोबल मार्केट में उथल-पुथल मची हुई है। बता दें कि 7 अप्रैल को अमेरिका का डाउ जोन्स 349 अंक (0.91%) गिरकर 37,965 पर बंद हुआ। S&P 500 इंडेक्स में 0.23% की गिरावट रही। नैस्डेक कंपोजिट 0.09% चढ़ा था। जापान के निक्केई में 7.83%, कोरिया के कोस्पी इंडेक्स में 5.57%, चीन का शंघाई इंडेक्स 7.34% गिरा है। हॉन्गकॉन्ग के हैंगसेंग इंडेक्स में 13.22% की गिरावट रही थी।
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यूरोपीय बाजारों में जर्मनी का डैक्स इंडेक्स 4.26% गिरकर बंद हुआ। UK के FTSE 100 इंडेक्स में 4.38% और स्पेन का IBEX 35 इंडेक्स 5.12% गिरकर बंद हुआ था। 7 अप्रैल को भारतीय शेयर बाजार में साल की दूसरी बड़ी गिरावट आई। सेंसेक्स 2226 अंक (2.95%) गिरकर 73,137 के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी में 742 अंक (3.24%) की गिरावट रही, ये 22,161 के स्तर पर बंद हुआ। इससे पहले 4 जून 2024 को बाजार 5.74% गिरा था।
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शेयर बाजार में बिकवाली से निवेशकों की वेल्थ करीब 15 लाख करोड़ रुपए घट गई है। शुक्रवार, 4 अप्रैल को BSE पर लिस्टेड कंपनियों का ओवरऑल मार्केट कैप 404 लाख करोड़ रुपए था, जो सोमवार को बाजार बंद होने के बाद लगभग 389 लाख करोड़ रुपए रह गया है। बाजार विशेषज्ञों ने इस भारी गिरावट के बीच निवेशकों को फूंक-फूंककर कदम रखने की सलाह दी है।