GARIYABAND NEWS. गरियाबंद में तीन दिन तक चली पुलिस नक्सली मुठभेड़ के अंतिम दिन पुलिस को दो और नक्सलियों के शव मिलने के बाद अब इनकी गनती 16 हो गई है। लगभग 1100 जवान तीन दिन तक जंगलों में मुठभेड़ करने के बाद आज लौटते नजर आए। तो वहीं इस घटना के बाद गांव में सन्नाटा पसरा है। लोग घरों में सिमटे हुए हैं, जंगल नहीं जा रहे हैं।
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ज्यादातर ग्रामीण इस घटना के बारे में कुछ कहने को तैयार नहीं हैं, मगर कुछ ग्रामीणों ने बताया कि कल रात और आज दोपहर में भी काफी फायरिंग पहाड़ों में हुई है। जिसके बाद दो नक्सली मारे जाने की सूचना सामने आई है। आत्मविश्वास से भरपूर फोर्स के जवानों के वापसी की तस्वीर सामने नजर आयी हैं । वहीं जवानों के चेहरे पर 16 नक्सलियों को मारने पर आत्मविश्वास भी स्पष्ट झलक रहा था और उनके तीन दिनों के थकान के बाद भी चेहरे पर एक चमक स्पष्ट नजर आ रही थी।
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छत्तीसगढ़ और ओडिशा की सीमाओं पर संयुक्त ऑपरेशन
बता दें कि सोमवार शाम से सुरक्षाबलों ने मैनपुर थाना क्षेत्र में कुल्हाड़ी घाट स्थित भालू डिग्गी जंगल में सर्च ऑपरेशन शुरू किया था। सुरक्षाबलों ने छत्तीसगढ़ और ओडिशा की सीमाओं पर संयुक्त ऑपरेशन के तहत यह कार्रवाई की है। इसमें 10 टीमों ने भाग लिया है। सोमवार सुबह आठ बजे से शुरू हुए ऑपरेशन में तीन टीम ओडिशा पुलिस, दो टीम छत्तीसगढ़ पुलिस और पांच सीआरपीएफ की टीमें शामिल थीं। दोपहर साढ़े तीन बजे के आस-पास कोबरा बटालियन और एसओजी टीमों के साथ नक्सलियों का फिर से सामना हुआ। इस दौरान जोरदार गोलीबारी हुई। ऑपरेशन देर शाम तक चलता रहा। ड्रोन की मदद से नक्सलियों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही थी, जिससे सुरक्षा बलों को उनके मूवमेंट का अनुमान लगाने में मदद मिली।
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