BIJAPUR NEWS. जिले में चलाये जा रहे माओवादी विरोधी अभियान के तहत डीआरजी बीजापुर, जिला पुलिस बल उसूर, कोबरा बटालियन एवं सीआरपीएफ की संयुक्त टीम माओवादी विरोधी अभियान पर टेकमेटला, नड़पल्ली, मल्लेमपेंटा की ओर निकली थी। अभियान के दौरान मल्लेमपेंटा एवं नड़पल्ली के जंगल से 14 हार्डकोर माओवादियों को गिरफ्तार किया गया है।
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मयंक गुर्जर A .S.P. नक्सल ऑपरेशन बीजापुर ने बताया कि ये सभी उसूर ईलाके की अलग अलग घटनाओं में शामिल रहे हैं। इस दौरान 36 लाख के ईनामी 08 माओवादियों सहित कुल 14 माओवादी गिरफ्तार हुए है। इसी के साथ स्पाईक और जमीन खोदने का औजार बरामद किया गया है।
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इधर नारायणपुर में भी 9 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। विकास कार्यों और सड़क निर्माण से प्रभावित होकर इन लोगों ने सरेंडर किया है। सरेंडर नक्सलियों को पुनर्वास नीति के तहत सुविधाएं दी जाएंगी।
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नारायणपुर में पुलिस ने जारी की नई सरेंडर पॉलिसी
इधर लाल आतंक के खिलाफ बस्तर में जारी एंटी नक्सल ऑपरेशन के दौरान नारायणपुर पुलिस की ओर से सरेंडर करने वाले नक्सलियों के लिए नई पॉलिसी शुरू की गई है। जिसके तहत कैंप के सामने खड़े होकर पेड़ की झाड़ियों को दिखाने वालों को यह समझा जाएगा कि वह अबूझमाड़ के विकास के लिए नक्सलियों की बंदिशों को छोड़कर मुख्यधारा में जुड़ना चाहते हैं। जिसे नक्सल पुनर्वास नीति के तहत सरकार की योजनाओं से जोड़कर अबूझमाड़ के विकास और बेहतरी के लिए मुख्यधारा में लौटाया जाएगा।
नारायणपुर एसपी प्रभात कुमार ने बताया कि, हाल ही के दिनों में हार्डकोर नक्सलियों के आत्मसमर्पण के बाद उनसे हुई पूछपरख में एक बात हाईलाइट हुई कि अबूझमाड़ में सक्रिय बहुत सारे नक्सली सरेंडर करना चाहते हैं। लेकिन, वे खुलकर एक दूसरे से नहीं बोल पा रहे हैं। नक्सल पंथ छोड़कर आने वाले नक्सलियों की बातों को सुनने के बाद सरेंडर पॉलिसी को सरल और सुगम बनाया गया है। उन्होंने बताया कि अबूझमाड़ प्रकृति का एक प्रतीक है कोई भी प्राकृतिक संकेत दिखाकर आत्मसमर्पण आसानी से किया जा सकता है।