TIRANDAJ NEWS. आज के परिवेश में जब हम धन वृद्धि की बात करते हैं तो शेयर बाजार का विकल्प हमे बहुत लुभाता है। हालांकि यह भी सर्वविदित है कि शेयर बाजार में जितनी संभावना लाभ की है उतनी ही आशंका नुकसान की भी है। शेयर बाजार में निवेश कर के कुछ लोग थोड़े समय में ही अमीर हो जाते हैं और कुछ लोगों को भरी नुकसान भी उठाना पड़ता है और इन सबका संबंध कहीं न कहीं कुंडली में ग्रहों की स्थिति पर निर्भर करता है। आज हम जानेंगे कि कुंडली में उपस्थित ग्रह किस तरह से शेयर मार्केट से लाभ और हानि निर्धारित करते हैं।
कुंडली और शेयर बाजार
सबसे पहले महत्वपूर्ण यह है कि कौन सा ग्रह किस सेक्टर को अत्यधिक प्रभावित करता है और इसी के अनुसार शेयर बाजार में निवेश लाभदायक हो सकता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य का संबंध म्युचुअल फंड, लकड़ी, औषधि और राजकोष से है। इसी प्रकार चन्द्रमा का सम्बन्ध कांच, दूध, द्रविय पदार्थ, जलीय वस्तु व कपास से है। मंगल ग्रह खनिज, भूमि, भवन, चाय और कॉफी आदि से संबंधित है और बुद्ध का संबंध पारा, आयात निर्यात, शैक्षणिक संस्थानों, सहकारी बैंकिंग, बीमा, आईटी व कंसल्टेंसी से है। बृहस्पति पीले रंग के अनाज, सोना, पीतल, कॉमोडिटी, आर्थिक क्षेत्र से संबंधित है तथा शुक्र का संबंध चीनी, चावल, सौंदर्य प्रसाधन, फिल्म उद्योग व रसायनों से है। शनि ग्रह संबंधित हैं कारखानों, मसाले, कोयला, लोहा, पेट्रोलियम, ईंधन, चमड़ा और काली चीजों से वहीं राहु – केतु का संबंध इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स व विदेशी वस्तुओं से है।
ये भी पढ़ें: Breaking: पत्रकार मुकेश चंद्राकर का अस्थियां बिखरी मिलीं, विसर्जन से पहले टूटा मिला कलश
अब इसके बाद दूसरी महत्वपूर्ण बात यह है कि कुण्डली मे विद्यमान शुभाशुभ योग। अर्थ ज्योतिष के सिद्धांत के अनुसार कुण्डली में द्वितीय, पंचम, अष्टम एवं एकादश भाव से शेयर बाज़ार अथवा अन्य आकस्मिक स्रोत जैसे लौटरी, जुआ, सट्टेबाजी इत्यादी से लाभ की तथा तृतीय, षष्ठम एवं द्वादश भाव से हानि की विवेचना की जाती है। इसके अलावा भाग्य का परिसूचक नवम भाव तथा कुण्डली में चंद्र व राहू की स्थिति भी शेयर बाजार मे लाभ या हानि के लिए निर्णायक होती है।
ये भी पढ़ें: सहायक शिक्षकों को नौकरी से निकालने पर प्रियंका गांधी ने साथा निशाना, बोलीं-युवाओं के भविष्य को BJP ने अंधकार में धकेला
कुंडली में शेयर बाजार से लाभ के योग –
1. लग्नेश अथवा लाभेश यदि पंचम भाव में शुभ हों
2. लग्नेश, पंचमेश और लाभेश केंद्र अथवा मूल त्रिकोण में शुभ हो
3. पंचम भाव का संबंध लग्न अथवा एकादश भाव से हो
4. अष्टमेश पंचम भाव में हों, शुभ ग्रह से दृष्ट हों, नीच के न हों और वह न तो अस्त हों और न ही वक्री हों
5. नवम भाव का संबंध लग्न, पंचम भाव तथा एकादश भाव से हो
6. कुंडली में चंद्रमा राहु बृहस्पति बुध अनुकूल हो
7. कुंडली में द्वितीय तथा एकादश भाव का परिवर्तन योग बन रहा हो
8. बृहस्पति लग्न, द्वितीय, पंचम, नवम अथवा एकादश भाव में हों
9. राहु तथा बृहस्पति चतुर्थांश अथवा त्रिकोण भाव में हों
10. चतुर्थांशेश अथवा त्रिकोणेश की युति राहु तथा बृहस्पति से हो
11. कुंडली में चंद्रमंगल योग हो तथा एकादश भाव में बृहस्पति, राहु अथवा बुध स्थित हो
12. ग्यारहवें भाव के स्वामी का अष्टम भाव में होना सामान्यतः दरिद्र योग बनाता है लेकिन ग्यारहवें भाव के स्वामी अष्टम भाव में स्वगृही हों अथवा उच्च राशि में बैठे हों और अष्टम भाव पर शुभ ग्रह की दृष्टि हो
13. कुंडली में पंचमहापुरुष राजयोग, नीचभंग राजयोग, लक्ष्मी योग, विपरीत राजयोग के अलावा द्वितीय, पंचम, नवम अथवा एकादश भाव में बुधादित्य योग अथवा लक्ष्मीनारायण योग की स्थिती बन रही हो
यदि कुंडली में ऐसे शुभ ग्रह संयोजन बन रहे हैं तब शेयर बाजार में निवेश कर के अच्छा लाभ प्राप्त किया जा सकता है।
ये भी पढ़ें: ज्यादा हेकड़ी में रहोगे तो बाहर फेंकवा देंगे, विवादित बयान पर मंत्री लखन लाल देवांगन ने दी सफाई
कुंडली में नुकसान वाले योग:-
1. धनेश, पंचमेश, भाग्येश आठ लाभेश कुंडली के अष्टम भाव, षष्टम भाव अथवा द्वादश भाव में स्थित हों
2. षष्टमेश अष्टमेश अथवा द्वादशेष लग्न, द्वितीय, पंचम भाव अथवा एकादश भाव में स्थित हों
3. लग्नेश, पंचमेश, भाग्येश, धनेश अथवा लाभेश अस्त हों, वक्री हों, नीच के हों, त्रिकोण में हों, दुष्ट ग्रह से युक्त अथवा दृष्ट हों
4. कुंडली में चंद्रमा पीड़ित हो तथा मंगल और बृहस्पति नीच का हो अथवा कमजोर हो।
5. पंचम तथा एकादश भाव राहु और केतु से ग्रस्त हो
6. इसके अलावा कुंडली में यदि दरिद्र योग, केन्द्रुम योग, काल सर्प दोष अथवा ग्रहण योग बन रहा हो
ऐसी स्थिति में पहली बात तो शेयर बाजार में निवेश करने से ही बचना चाहिए लेकिन अगर निवेश करना भी हो तो पंचमेश अष्टमेश तथा लाभेश की दशा, अंतर्दशा, प्रत्यंतर दशा इत्यादि और बृहस्पति एवम सूर्य के गोचर को जानकर ही शेयर मार्केट में निवेश करना उचित होता है।
आज के अंक में मैने एक जातक की कुंडली में कुछ महत्वपूर्ण ग्रह योगों का वर्णन किया है जिससे शेयर बाजार में लाभ और हानि का निर्धारण होता है। आवश्यक यह है कि अगर आप भी शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं तो एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें। अगले अंक में कुछ और जानकारी के साथ मिलूंगा। तबतक के लिए हंसते मुस्कुराते रहें। नमस्कार।
विश्वजीत कुमार तिवारी,
एस्ट्रोलॉजर
8709559236
vishwajeetkumartiwari1997@gmail.com
ये भी पढ़ें: इस तारीख को होने वाली यूजीसी नेट की परीक्षा स्थगित, NTA ने इसलिए लिया फैसला