NEW DELHI NEWS. किसान आंदोलन को लेकर बड़ी जानकारी मिली है। पंजाब-हरियाणा के शंभू और खनुरी बॉर्डर पर चल रहे इस आंदोलन पर चर्चा के लिए 14 फरवरी को चंडीगढ़ में बैठक होगी। इस बीच, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के संयुक्त सचिव प्रिय रंजन खानूरी बॉर्डर पर आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल से मुलाकात की। इस बैठक में उन्होंने डल्लेवाल को इलाज लेने के लिए राजी किया और केंद्र से बैठक का निमंत्रण दिया।
किसान नेता डल्लेवाल के आमरण अनशन को आज 55 दिन हो गए हैं। केंद्र से निमंत्रण के बाद डॉक्टरों की एक टीम ने डल्लेवाल को ग्लूकोज चढ़ाया. केंद्र की ओर से आए निमंत्रण में कहा गया है कि उम्मीद है कि डल्लेवाल जल्द ही अपना अनशन खत्म करेंगे और बैठक में शामिल होंगे। इस निमंत्रण पत्र में कहा गया है कि संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा की मांगों को लेकर भारत सरकार और पंजाब सरकार के मंत्रियों की बैठक 14 फरवरी को महात्मा गांधी स्टेट इंस्टीट्यूट में होगी।
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केंद्रीय कृषि सचिव प्रिय रंजन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आमरण अनशन पर बैठे डल्लेवाल के स्वास्थ्य को लेकर केंद्र चिंतित है। हम यहां समाधान खोजने के लिए आए हैं, केंद्रीय अधिकारियों ने डल्लेवाल से भूख हड़ताल खत्म करने की अपील की, लेकिन डल्लेवाल ने ऐसा करने से इनकार कर दिया। डॉक्टरों ने कहा है कि डल्लेवाल के 14 फरवरी तक चिकित्सा सहायता पर जीवित रहने की संभावना नहीं है।
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किसान नेता काका सिंह कोकरा ने दावा किया है कि डल्लेवाल पर कुछ खाकर भूख हड़ताल खत्म करने का दबाव डाला जा रहा है। भूख हड़ताल पर बैठे 121 किसानों ने कहा कि हम डल्लेवाल के साथ हैं और उनके साथ ही आमरण अनशन खत्म करेंगे। किसान डल्लेवाल को मेडिकल सुविधाएं देने पर सहमत हुए हैं।
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बता दें कि केंद्र के न्योते के बाद अब सबकी निगाहें 26 जनवरी को होने वाले ट्रैक्टर मार्च पर होंगी। हालांकि, इससे पहले सरवन सिंह पंढेर ने भी दिल्ली पलायन की घोषणा कर दी थी। हालांकि सरकार की तरफ से सुरक्षा के पूरे इंतेजाम हैं, फिर भी हालात बिगड़ने की संभावनाएं बनी हुई हैं।