NEW DELHI NEWS. गूगल डीपमाइंड ने हाल में अपना एआई वैदर फोरकास्टिंग मॉडल, जेनकास्ट लॉन्च किया है। यह 15 दिन पहले मौसम से जुड़ी अहम रिपोर्ट दे देगा। यह पारंपरिक वैदर फोरकास्टिंग से भी बेहतर बताया जा रहा है। इसे 2019 के डेटा पर टेस्ट करने पर पाया गया कि इसने दुनिया के बेस्ट फोरकास्टिंग मॉडल ईएनएस सिस्टम (यूरोपियन सेंटर फॉर मीडियम रेंज वैदर फोरकास्ट) को भी पीछे छोड़ दिया। दरअसल, जेनकास्ट एक मशीन लर्निंग वैदर प्रिडिक्शन मॉडल है जिसे 1979 से 2018 तक के वैदर डेटा पर ट्रेन किया गया है।
दरअसल, रिसर्चर्स ने लगभग 1320 फोरकास्ट के कॉम्बिनेशन को स्टडी किया है। ऐसे में यह मॉडल पिछले 40 सालों के डेटा के पैटर्न को समझकर मौसम के हाल के बारे में सटीक अनुमान लगा सकता है। इस मामले में यह ईएनएस सिस्टम से काफी अलग है क्योंकि ईएनएस आज भी कॉम्प्लैक्स इक्वेशन को सॉल्व करने के लिए सुपरकम्प्युटर्स की मदद लेता है। जेनकास्ट गूगल क्लाउड टीपीयू वी5 की मदद से 8 मिनट में 15 दिन का फोरकास्ट जारी कर सकता है।
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गूगल के कई एआई वैदर टूल्स भी हैं जैसे न्यूरलजीसीएम, सीड्स आदि। इन्हें गूगल सर्च और मैप्स के साथ जोड़ा गया है जिससे मौसम का पैटर्न, बाढ़ व गर्मी का पता लगाया जा सके। ये 97.2% बार सटीक पूर्वानुमान देने में सक्षम हैं। चक्रवात के मार्ग की भविष्यवाणी करने के दौरान जेनकास्ट औसतन 12 घंटे की अग्रिम चेतावनी देने में सक्षम था, यह साइक्लोन के ट्रैक का अनुमान लगाने में बाकी सिस्टम से काफी बेहतर था। बता दें कि ईएनएस सिस्टम पहले से ही हायर रेजोल्यूशन पर काम कर रहा था लेकिन फिर भी जेनकास्ट ने ईएनएस को पीछे छोड़ दिया।