BILASPUR NEWS. सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर पैसे लेकर ठगने के बहुत से मामले सामने आते है। एक मामला राजनांदगांव के भनपुरी में रहने वाले युवक ने दर्ज कराई है। जहां पर युवक से उसको और उसके भाई को सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर 7 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। मामला तोरवा थाने में जांच के लिए पहुंचा है। जहां पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
बता दें, राजनांदगांव जिले के भनपुरी में रहनेवाले युवक को रेलवे और उसके भाई की नौकरी बैंक में लगाने के नाम पर सात लाख की धोखाधड़ी की गई। पीड़ित ने इसकी शिकायत राजनांदगांव एसपी से की है। इसके बाद मामला तोरवा थाना बिलासपुर पहुंचा।
शिकायत में बताया गया है कि राजनांदगांव भनपुरी में रहने वाले सुभाषचंद्र साहू ने तोरवा पुलिस को बताया कि उसकी पहचान बलौदाबाजार जिले के दोमुहानी में रहने वाले अनिल भास्कर से हुई थी। उसने सुभाष की नौकरी अपेक्स बैंक में लगवा देने की बात कही। साथ ही उसके भाई सोमेन्द्र साहू की रेलवे में नौकरी लगाने कहा। उसकी बातों में आकर सुभाष ने 4 लाख 30 हजार अनिल के खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर किया। इसके अलावा उसने करीब तीन लाख रुपये अलग-अलग कर नकद दिए।
सुभाष का भरोसा जीतने के लिए आरोपित उन्हें रेलवे ऑफिस के पास बुलाता था। रुपये देने के समय सुभाष ने अपने मोबाइल पर वीडियो बना लिया था। इसके अलावा नौकरी संबंधी बातचीत को उसने अपने मोबाइल पर रिकार्ड किया। रुपये देने के बाद भी दोनों भाइयों की नौकरी नहीं लग सकी। उन्होंने जब अपने रुपये वापस मांगे तो जालसाज टालमटोल करने लगा।
पीड़ित ने इसकी शिकायत राजनांदगांव एसपी कार्यालय में की। मामला तोरवा क्षेत्र का होने कारण इसे यहां भेज दिया गया। अब तोरवा पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
नौकरी के नाम पर होती है बहुत ठगी
सरकारी नौकरी पाने की लालसा में बहुत से लोग इस तरह की ठगी का शिकार होते है। कुछ माह पूर्व ऐसा ही एक मामला सामने आया था। जिसमें हाईकोर्ट में नौकरी लगाने पैसे लिए और फर्जी नियुक्ति पत्र थमा दिया। जब हाईकोर्ट पहुंचा तब पता चला कि यह नियुक्ति पत्र फर्जी है। इसी तरह से और भी बहुत से मामले नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी के सामने आए है। नौकरी दिलाने किसी को पैसा न दें।