NEW DELHI. 5 अगस्त को बांग्लादेश छोड़ प्रधानमंत्री पद से इस्तीफ़ा दे कर शेख हसीना अपनी बहन रेहाना के साथ मिलिट्री एयरक्राफ्ट से भारत आयी थी। अब उनके बेटा वाजेद जॉय ने जर्मन वेबसाइट DW को बताया है कि शेख हसीना फ़िलहाल भारत में ही रहेंगी। मंगलवार को खबर आयी थी कि शेख हसीना का वीज़ा अमेरिका ने निरस्त कर दिया है।
इसके बाद से उनके लंदन जाने की अटकलें लगायी जा रही थी, पर अब उनके बेटे के बयान के बाद ये साफ़ होता दिख रहा है की फ़िलहाल शेख हसीना भारत में ही पनाह लेंगी। वाजेद जॉय ने दावा किया कि अभी तक शेख हसीना ने किसी भी देश से राजनीतिक शरण नहीं माँगी है। उन्होंने हसीना के ब्रिटेन या अमेरिका जाने के दावे को ग़लत बताया है। उन्होंने ही भी बताया कि हसीना ने इस्तीफ़ा देने का फ़ैसला एक दिन पहले ही ले लिया था। वह सत्ता का परिवर्तन संवैधानिक तरीक़े से करना चाहती थी पर हिंसक प्रदर्शन के कारण उन्हें ऐसा करने का मौक़ा नहीं मिला।
इससे पहले 6 साल भारत में रह चुकी है हसीना
अपने पिता शेख मुजीबुर्रहमान की 1975 में हुई हत्या के बाद अपनी माता, भाई और अन्य परिवार जनों के साथ जर्मनी में रहती थी। बाद में उन्होंने भारत में पनाह लेने का निर्णय लिया। भारत में शेख हसीना ने 6 साल वनवास काटा। हसीना भारत में 6 साल अपने पति, बहन और दो बच्चों के साथ रही थी। तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने शेख हसीना को भारत में 6 साल पनाह दी थी। भारत ने 1971 में बांग्लादेश की आज़ादी की लड़ाई में मुख्य भूमिका निभायी थी जिसकी वजह से मदद माँगने हसीना ने भारत का रुख़ किया था।
29 नेताओं की हुई हत्या, भीड़ ने बांग्लादेशी एक्टर को भी मार डाला
बांग्लादेश में शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग और उनके सहयोगी दलों से जुड़े क़रीब 29 नेताओं की हत्या कर दी गई है। बांग्लादेशी एक्टर शान्तो ख़ान और उनके पिता सलीम ख़ान को भीड़ ने पीट-पीट कर मार डाला। सलीम ख़ान अवामी लीग से जुड़े हुए थे।
190 भारतीय कर्मचारी भारत लौटे
बांग्लादेश में सुरक्षा कारणों के चलते वहाँ से भारतीय के दूतावास के 190 कर्मचारी वापस भारत लौट गये है। फ़िलहाल बांग्लादेश में आंदोलन का नेतृत्व करने वाले स्टूडेंट्स की सिफ़ारिश के बाद नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार का प्रमुख नियुक्त कर दिया गया है। इससे पहले एयर इंडिया की एक स्पेशल फ्लाइट से ढाका से 205 लोगों को दिल्ली वापस लाया गया है। इसमें 6 बच्चे भी शामिल हैं।
प्रदर्शनकारियों ने 75,000 करोड़ टका फूंक दिये
पिछले 15 दिनों में बांग्लादेश में प्रदर्शनकारियों ने हिंसक प्रदर्शन करते हुए लगभग 75,000 टका (54,000 करोड़ रुपये) का नुक़सान कर दिया है। फेमस बांग्ला सिंगर राहुल आनंद का ढाका स्थित धानमंडी का 140 साल पुराना घर भी जला दिया गया और लूटपाट भी की गई। 05 अगस्त को जब शेख हसीना अपना आवास छोड़ कर भारत आयी थी तब प्रदर्शनकारियों द्वारा उनके घर में घुस कर लूटपाट करने की तस्वीर भी सामने आयी थी। प्रदर्शनकारियों ने शेख़ मुजीबुर्रहमान की मूर्ति को भी ढहा दिया था।