RAIPUR. छत्तीसगढ़ समेत देशभर में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) लागू हो रही है। इसके आने से शिक्षा व्यवस्था में बहुत बदलाव देखने को मिलेगा। इसी क्रम में ग्रेजुएशन का सिलेबस में बदलाव किया जा रहा है। दरअसल, बीए, बीकॉम, बीएससी, बीसीए समेत ग्रेजुएशन के अन्य कोर्स में अगले सत्र यानी 2024-25 से नए पाठ्यक्रम के अनुसार पढ़ाई होगी।
जानकारी के अनुसार प्रदेश में ग्रेजुएशन के पाठ्यक्रम में बदलाव किए जा रहे हैं। पूरी तरह से कोर्स बदलेगा, इसके अलावा वैल्यू एडेड कोर्स और विषय से संबंधित स्किल डेवलपमेंट की पढ़ाई को भी शामिल किया जा रहा है। इसका फायदा छात्रों को मिलेगा। इसे लेकर उच्च शिक्षा विभाग से तैयारी की जा रही है।
जानकारी के मुताबिक सिलेबस को लेकर उच्च शिक्षा विभाग की ओर से मार्च में विषयवार कमेटी बनाई गई थी। कुछ कमेटियों ने अपनी रिपोर्ट उच्च शिक्षा को दे दी है। जिनकी रिपोर्ट बची है, वह भी 15 मई से पहले उच्च शिक्षा को जमा देंगे। नया सिलेबस अगले महीने जारी होने की संभावना है।
इसे लेकर उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों का मानना है कि अगले महीने ग्रेजुएशन का नया सिलेबस जारी कर दिया जाएगा। ग्रेजुएशन में फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ्स, जियोलॉजी, एंथ्रोपोलाॅजी, बॉटनी, जूलॉजी, बायोटेक, माइक्रोबायोलॉजी, फारेस्ट्री एंड वाइल्ड लाइफ, कंप्यूटर साइंस, अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र, इतिहास, लोक प्रशासन, राजनीति विज्ञान, भूगोल, गृह विज्ञान, मनोविज्ञान, अंग्रेजी, हिंदी, संस्कृत, दर्शनशास्त्र समेत अन्य का पाठ्यक्रम बदलेगा।
इसके अलावा भी ग्रेजुएशन में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए जा रहे हैं। जैसे, वार्षिक प्रणाली की जगह सेमेस्टर प्रणाली के तहत पढ़ाई होगी। एक साल का काेर्स छह-छह महीने के अंतराल में विभाजित होगा। इसी तरह ग्रेजुएशन का कोर्स चार साल का हो जाएगा। इसके अनुसार एक साल पढ़ाई करने के बाद भी छात्रों को सर्टिफिकेट दिया जाएगा। दो साल पूरा करने पर डिप्लोमा और तीसरे साल में डिग्री मिलेगी। 4 वर्ष की पढ़ाई का अवसर उन्हीं छात्रों को मिलेगा जिन्हें तीसरे वर्ष या छठवें सेमेस्टर में 7.5 सीजीपीए आएगा।
प्रदेश के 649 कॉलेजों में अगले सत्र से नई व्यस्था लागू होगी। इसके अनुसार ही ग्रेजुएशन में एडमिशन होंगे। जानकारों का कहना है कि कॉलेजों में प्रवेश की प्रक्रिया जून में शुरू होगी। छात्रों को प्रवेश के दौरान ही राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत हो रहे बदलाव की जानकारी दी जाएगी।
दो साल पहले राज्य के आठ ऑटोनोमस कॉलेजों में ग्रेजुएशन की पढ़ाई में चार वर्षीय पाठ्यक्रम लागू किया गया। फर्स्ट सेमेस्टर एग्जाम के रिजल्ट आने के बाद कई छात्रों का रिजल्ट कमजोर आया था। इसके बाद उन्होंने नए नियम पर सवाल उठाएं थे। इसलिए इस बार प्रवेश से पहले ही छात्रों को एनईपी से संबंधित जानकारी दी जाएगी।