RAIPUR. छत्तीसगढ़ विधानसभा के सदन में शुक्रवार को शिक्षकों का मुद्दा गूंजा। वैशालीनगर विधायक रिकेश सेन के स्थान पर धरसींवा विधायक अनुज शर्मा ने प्रभारी प्रचार्यों के भरोसे स्कूल संचालित होने और शिक्षकों का प्रमोशन नहीं होने का मुद्दा उठाया। जवाब में शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि एक साल के भीतर प्रमोशन की प्रक्रिया पूर्ण कर ली जायेगी। स्कूल से प्राचार्य की सेवानिवृत्ति के बाद सीनियर शिक्षक को यह जिम्मेदारी दी जाती है।
शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के जवाब पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि आप सक्षम मंत्री हैं। प्रमोशन पर एक साल का समय क्यों ले रहे हैं। छह महीने के भीतर प्रमोशन की प्रक्रिया पूर्ण कराये। स्पीकर डॉ. रमन सिंह के निर्देश पर शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि आपका आदेश सर्वोपरि है। आपके आदेश के अनुरूप छह महीने के भीतर प्रमोशन की प्रक्रिया पूर्ण की जायेगी। जितने भी शिक्षकों का प्रमोशन ड्यू है उसे जल्द पूरा किया जाएगा।
शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने यह भी कहा कि प्रदेश की पिछली सरकार ने शिक्षकों के प्रमोशन की प्रक्रिया को बाधित करके रखा गया था। प्रदेश में अभी भी ढाई लाख शिक्षक हैं, जिनका प्रमोशन अटका है। वहीं प्रभारियों प्राचार्यों के भरोसे स्कूल संचालित होने पर बृजमोहन ने कहा, प्राचार्य के सेवानिवृत्त होने के बाद स्कूल के सीनियर व्याख्याता को प्राचार्य का प्रभार दे दिया जाता था। व्यवस्था होते तक यह पुरानी परंपरा है।
बता दें कि एक दिन पहले मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने विभागीय बजट पर चर्चा का उत्तर देते हुए घोषणा की थी कि प्रदेश के स्कूलों में 33 हजार से अधिक पदों पर शिक्षकों की सीधी भर्ती की जाएगी। इनमें व्याख्याता के 2524 पद,
शिक्षक 8194 पद और सहायक शिक्षक के 22 हजार 341 पद शामिल हैं। समग्र शिक्षा के अंतर्गत 1086 नये पदों का सृजन किया जाएगा। स्कूलों के रखरखाव और अधोसंरचना विकास के लिए बजट में 265 करोड़ का प्रावधान किया गया है।