BALOD. धान खरीद केंद्र गोडे़ला में धान के स्टेग के पास में ही बिजली का ट्रांसफार्मर लगा हुआ है। यहां काफी मात्रा में धान रखे गए हैं। बिजली ट्रांसफार्मर से हमेशा खतरा का अंदेशा बना रहता है। बिजली की एक चिंगारी यहां करोड़ों रुपये के धान को खाक में मिला सकती है। आदिम जाति सेवा सहकारी समिति गोडे़ला में धान खरीद केंद्र के अंदर 11 केवी लाइन सहित ट्रांसफार्मर लगा हुआ है। इस ट्रांसफार्मर से कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है।
बता दें कि खरीदी केंद्र गोडे़ला में अभी धान खरीदी जोरों पर है। यहां हजारों क्विंटल धान रखा हुआ है। खरीद केंद्र के बीचो-बीच 11 केवी लाइन गुजरी है। इसका ट्रांसफार्मर भी यहां स्थित है, जिसकी एक चिंगारी से करोड़ों रुपये के हजारों क्विंटल धान जलकर खाक हो सकता है। बकायदा विभाग बिजली बंद होने पर धान खरीद केंद्र पहुंचकर ट्रांसफार्मर को जांच करने पहुंचते हैं, लेकिन इसे हटाने का कभी भी प्रयास नहीं किया गया। विद्युत विभाग की लापरवाही एक बड़ी दुर्घटना को आमंत्रण दे रहा है।
थमा दिया ढाई लाख से अधिक का डिमांड
आदिम जाति सेवा सरकारी समिति गोडे़ला के प्रबंधक लक्ष्मीकांत अवस्थी द्वारा बकायदा विद्युत विभाग को जनप्रतिनिधियों के माध्यम से सूचना दी गई थी, जिसके जवाब में विद्युत विभाग द्वारा समिति प्रबंधक को 2 लाख 68 हजार रुपये का डिमांड भेज दिया। लक्ष्मीकांत अवस्थी सहायक समिति प्रबंधक गोड़ेला ने बताया कि 2021 से धान खरीद केंद्र संचालित है। समिति के अंदर 11 केवी लाइन सहित ट्रांसफार्मर लगा हुआ है। विद्युत विभाग को आवेदन दे दिए हैं। विभाग द्वारा 2 लाख 68 हजार रुपए का डिमांड भेजा है, जिसे समिति पटाने में असमर्थ है। अगर ट्रांसफार्मर नहीं हटाया गया तो कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकता है।
विभाग के अधिकारियों का यह कहना
गुंडरदेही के सहायक अभियंता डीके गजपाल ने कहा, पहले आवेदन आया था, जिसके लिए हमने डिमांड नोट भेजा था। विद्युत विभाग अपने से लाइन नहीं हटाता है। संबंधित कार्य एजेंसी हटवाती है। धान खरीदी केंद्र बनाया गया था, तब विद्युत विभाग से एनओसी लेना था, तब हम लिख कर देते कि वहां पर मत बनाओ। अब आवेदन देंगे डिमांड नोट का पेमेंट देंगे तभी हट पाएगा। वहीं एचके करपाल जेई अर्जुंदा ने कहा कि मुझे अभी यहां पदस्थ हुए दो माह हुए हैं। इस बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है।