RAIPUR. छत्तीसगढ़ में कोरोना के केस लगातार कम-ज्यादा मिल रहे हैं। इस बीच, प्रदेश में अलर्ट के साथ कोरोना जांच भी बढ़ा दी गई है। पिछले 24 घंटे में 18 नए मरीज मिले हैं। वहीं,रायपुर एम्स की जिनोम सिक्वेंसिंग की जांच में रिपोर्ट में 48 सैंपलों में नया वैरिएंट जेएन-1 नहीं मिला है। इस वैरिएंट का पता लगाने के लिए प्रदेश के लगभग सभी जिलों में संक्रमित निकले मरीजों में एक-दो का सैंपल जांच के लिए भेजा गया था।
एम्स से मिली जानकारी के अनुसार कोरोना का संक्रमण भले ही एक बार फिर से फैलना शुरू हो गया है, लेकिन नया वैरिएंट अभी हर जगह नहीं पहुंचा है। नया वैरिएंट कमजोर है, और पहले की तरह प्राणघातक नहीं है। कोरोना की दूसरी लहर का वैरिएंट सबसे ज्यादा खतरनाक था। उस दौरान सबसे ज्यादा मौतें हुई थीं। तीसरी लहर से संक्रमितों की मौतों में कमी आई है, जिसके बाद से यह कहा जा रहा है कि वायरस के आ रहे नए वैरिएंट काफी कमजोर हैं। कोविड की अब तक की रिपोर्ट से पता चला है कि नया वैरिएंट जेएन 1 तीसरी लहर के मुकाबले और कमजोर है। सावधानी रखने पर इस वैरिएंट से आसानी से बचा जा सकता है। नया वैरिएंट स्वस्थ लोगों के लिए ज्यादा खतरनाक नहीं है।
तीन दिन में 15 एक्टिव केस कम हुए
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार 18 नए संक्रमितों सबसे ज्यादा 12 संक्रमित रायपुर में पाए गए हैं। धमतरी में भर्ती एक मरीज को डिस्चार्ज किया गया है। वहीं, 27 मरीज का होम आइसोलेशन से बाहर आ गए हैं। इसके साथ अब एक्टिव केस की संख्या 115 पहुंच गई है। पिछले तीन दिनों में 15 एक्टिव केस कम हुए हैं। अंबेडकर अस्पताल के कोविड आईसीयू वार्ड के प्रभारी डॉ. ओपी सुंदरानी ने बताया कि ओमिक्रॉन या फिर नए वैरिएंट से को-मॉर्बिलिटी वाले मरीजों को ही खतरा है। दूसरी लहर के बाद से आ रहे वैरिएंट से खतरा कम है।