RAIPUR. छत्तीसगढ़ में 5 साल का वनवास खत्म कर एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (BJP) सरकार बनाने जा रही है। यह जीत ऐसे ही नहीं मिली है…इसके लिए शहरी वोटरों ने बीजेपी पर एक बार फिर भरोसा जताया है। प्रदेश की 57 शहरी सीटों में से 38 सीटें BJP ने जीता हैं। यानी शहरी मतदाताओं का भाजपा को पूरा समर्थन मिला है। इस चुनाव में एक अलग ट्रेंड देखने को मिला है। हमेशा कांग्रेस के वोटर माने जाने वाले किसान, ग्रामीणों ने इस बार भाजपा पर भरोसा जताया है। हालांकि कांग्रेस को ग्रामीण इलाकों से ज्यादा सीटें मिली हैं। वहीं, इस बार BJP ने छत्तीसगढ़ियों को भी साधा, जिससे ग्रामीण मतदाताओं का भी उन्हें पूरा सपोर्ट मिला है। यही वजह है कि 33 में से 16 ग्रामीण सीटें भी भाजपा के खाते में चली गईं।
इस विधानसभा चुनाव में ग्रामीण इलाकों की 16 सीटों पर बीजेपी जीत गई है। इनमें प्रेमनगर, प्रतापपुर, सीतापुर, मरवाही, बिल्हा, बेलतरा, धरसींवा, कुरुद, दुर्ग ग्रामीण, अहिवारा, साजा, नवागढ़, अंतागढ़, कोंडागांव, चित्रकोट, दंतेवाड़ा शामिल है।
ग्रामीणों तक अपनी बात पहुंचाने में कामयाब हुई बीजेपी
दरअसल, इंटरनेट, सोशल मीडिया और आधुनिक संचार क्रांति की वजह से अब गांव और शहर का फासला ज्यादा नहीं रह गया है। शासन की छोटी-छोटी योजनाओं की जानकारी अब शहरी लोगों तक देर से पहुंचती है, लेकिन गांव-गांव में उनका प्रचार-प्रसार और उपयोगिता बढ़ी है। इस चुनाव में गांवों तक अपनी पहुंच बनाने में सफल होने के कारण ही भाजपा 50 फीसदी के करीब ग्रामीण सीटें भी जीतने में कामयाब हुई हैं।
इन शहरी सीटों पर भी बीजेपी ने मारी बाजी
भरतपुर सोनहत , मनेंद्रगढ़, बैकुंठपुर , भटगांव, रामानुजगंज, सामरी, लुण्ड्रा, अंबिकापुर, जशपुर, कुनकुरी, पत्थलगांव, रायगढ़, कोरबा, कटघोरा, लोरमी, मुंगेली, तखतपुर, बिलासपुर, बसना , महासमुंद, बलौदा बाजार, रायपुर ग्रामीण, रायपुर पश्चिम, रायपुर उत्तर, रायपुर दक्षिण, आरंग, अभनपुर, राजिम, दुर्ग शहर, वैशाली नगर, बेमेतरा, पंडरिया, कवर्धा, राजनांदगांव, कांकेर, केशकाल, नारायणपुर , जगदलपुर