DURG. केंद्रीय विद्यालय दुर्ग में पीएम श्री योजना के अंतर्गत अनेकों आयोजन होते रहते है। इसी कड़ी में 221 छात्रों को कौशल विकास एवं कृषि विज्ञान कौशल को समझाने के उद्देश्य से इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर का शैक्षणिक भ्रमण करवाया गया। इस संबंध में केंद्रीय विद्यालय दुर्ग के प्राचार्य उमाशंकर मिश्रा ने बताया कि, जब छात्र विशिष्ट कौशल के अकादमिक संस्थाओं का भ्रमण करते है तो वहां जाने पर वे उनके भीतर के विषयों और उससे संबंधित कई नई चीजों को समझ पाते है। इससे छात्रों के व्यक्तित्व में एक नई ऊर्जा और सकारात्मक बदलाव आता है। उप प्राचार्य पुष्पा बड़ा द्वारा शैक्षणिक भ्रमण के लिए छात्र-छात्राओं को रवाना किया गया। इस दौरान छात्रों ने कृषि विश्वविद्यालय के अंतर्गत अनेक कृषि उपकरणों के संचालन तथा उसके वैज्ञानिक पृष्ठभूमि को करीब समझा और अपनी जिज्ञासा दूर की।
अनुसंधान प्रयोगशाला रहा मुख्य आकर्षण का केंद्र
छत्र–छात्रों को कृषि विश्वविद्यालय में चावल पर बने अनुसंधान केंद्र के प्रयोगशाला को खूब पसंद किया। आपको बता दें, डॉ राधेलाल हरदेव रिछारिया के नाम पर स्थापित यह एशिया का दूसरा सबसे बड़ा बीज संग्रहण केंद्र है। यहां 22250 किस्म के धान के बीजों का संग्रहण है। इस लैब में छात्रों ने टिश्युकल्चर द्वारा गन्ना, केला, चिरौंजी एवं कालमेघ का संवर्धन, एंथरकल्चर द्वारा धान का संवर्धन एवं धान, मक्का एवं अन्य फसलों की संकर किस्मों की डी एन ए मार्कर आधारित जांच की सुविधा, बीज की अनुवांशिक शुद्धता का डी. एन. ए. मार्कर आधारित परीक्षण की प्रक्रिया को जाना। वही कार्यक्रम के प्रभारी तोषन लाल साहू ने बताया कि यह शैक्षणिक भ्रमण छात्रों के करियर में और व्यावसायिक रुचि की दिशा में काम आएगा।
कक्षा दसवीं की छात्रा व्याख्या ने इस भ्रमण को लेकर कहा कृषि और विज्ञान के संबंध तथा इसकी तकनीकी प्रक्रिया को समझने का मुझे अवसर मिला जो यकीनन मेरे बहुत काम आएगा। वही छात्र अक्षरा आर्य ने कहा कि बताया कि इस शैक्षणिक भ्रमण ने कृषि की वैज्ञानिक प्रक्रिया तथा उसकी आवश्यकता को समझने में हमारी मदद की। विश्वविद्यालय के व्याख्याता प्रोफेसरों ने 211 छात्रों का मार्गदर्शन किया। डॉ अजय आर्य केंद्रीय विद्यालय की ओर से इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय के कुलपति एवं समस्त प्राध्यापकों एवं मार्गदर्शकों का धन्यवाद किया । इसके साथ ही तोशन लाल साहू प्रतिष्ठा मिश्रा, राजेश कुमार राखी श्रीवास्तव गीता माली एसके राय डॉ. अजय आर्य, विकास कुमार यादव, श्रीमती शीला चाको आदि ने छात्रों का नेतृत्व किया।