BILASPUR. आवास न्याय योजना की शुरुआत करने पहुंचे राहुल गांधी से जुड़ी एक रोचक कहानी सामने आई है। दरअसल, सम्मेलन में शामिल होने राहुल सड़क मार्ग से बिलासपुर पहुंचे और कार्यक्रम खत्म होने के बाद उन्होंने अचानक ट्रेन से जाने की बात कही। यह सुनकर प्रशासन व पुलिस से लेकर रेलवे अफसर हक्के-बक्के रह गए। इसके बाद आनन-फानन में सभा स्थल से रेलवे स्टेशन तक पूरे रास्ते को क्लियर किया गया।
मामले में रोचकता तब आई, जब राहुल गांधी स्टेशन पहुंचे और बिलासपुर-इतवारी इंटरसिटी एक्सप्रेस छूट चुकी थी। इसी दौरान कांग्रेस के ही किसी पदाधिकारी ने चेन खींची, तब ट्रेन रुकी और सांसद गांधी के साथ सीएम भूपेश बघेल, छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी सैलजा, प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज आदि रायपुर के लिए रवाना हुए। राहुल ने ट्रेन में सामान्य यात्रियों की तरह सफर किया और घूम-घूमकर लोगों से भी मिले और उनकी समस्याओं की जानकारी ली।
दरअसल, कार्यक्रम के समापन के बाद जब राहुल गांधी कार में सवार हुए, तब उन्होंने स्टेशन जाने के लिए कहा। राहुल के काफिले में 40 गाड़ियां थीं। इतनी गाड़ियों को शहर के बीच से गुजरना था। अफसरों ने तत्काल स्मार्ट रोड होते हुए उन्होंने स्टेशन तक ले जाने का रास्ता बनाया। उनका काफिला सकरी, उसलापुर से मुंगेली नाका चौक होते हुए स्मार्ट रोड, राजेंद्र नगर चौक, अग्रसेन चौक, तारबाहर चौक होकर रेलवे स्टेशन पहुंची। इस वजह से कुछ देर के लिए शहर का ट्रैफिक अस्त-व्यस्त हो गया। हालांकि बिना किसी परेशानी के ही राहुल रवाना हो गए।
सम्मेलन में राहुल ने पीएम मोदी पर साधा निशाना
इससे पहले राहुल ने बिलासपुर में सभा कर कहा कि मोदी जी, अडाणी-अंबानी के जहाज में जाते हैं, आखिर ये रिश्ता क्या है? मैंने जब इस रिश्ते के बारे में पूछा तो जवाब मिला। मेरी लोकसभा की सदस्यता रद्द कर दी गई। बिलासपुर के तखतपुर में आवास सम्मेलन के मंच से राहुल गांधी ने केंद्र पर जमकर निशाना साधा।