BHILAI. श्री शंकराचार्य प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के प्रबंधन विभाग द्वारा बीते मंगलवार विद्यार्थियों को आद्योगिक भ्रमण के उद्देश्य से उन्हें नवा रायपुर में स्थित पुरखौती मुक्तांगन ले जाया गया था। यहां विद्यार्थियों को इसलिए ले जाय गया था क्योंकि विद्यार्थियों को छत्तीसगढ़ प्रदेश और मध्यभारत की कला, शिल्प और परंपराओं का प्रदर्शन एवं सांस्कृतिक विरासत का अनुभव कराना था.
क्यों है पुरखौती मुक्तांगन ख़ास
बता दें पुरखौती मुक्तांगन के परिसर में खुली हवा में बनी मूर्तियां, आदिवासी कलाकृतियाँ और पारंपरिक शिल्प हैं. जो कि यहां आने वाले लोगों को स्थानीय संस्कृति और इतिहास की जानकारी प्रदान करती है. यह सांस्कृतिक आकर्षण के साथ-साथ शैक्षिक केंद्र भी है.
इन स्थानों पर विद्यार्थियों ने किया औद्योगिक भ्रमण
औद्योगिक भ्रमण में सबसे पहले विद्यार्थियों ने पुरखौती मुक्तांगन में बैगा चौक, छत्तीसगढ़ी चौक, जगदलपुर के राजमहल की प्रतिकृति, बस्तर आदिवासीयो के गांव की झलक, आमचो गांव, लोककला, लोकनृत्य पंथी की प्रतिकृति इत्यादि के बारे में सीखा है.
विद्यार्थियों में दिखा उत्साह
औद्योगिक भ्रमण को लेकर विद्यार्थियों में काफी उत्साह दिखाई दे रहा था. उन्होंने आनंद लेते हुए छत्तीसगढ़ी संस्कृति का वास्तविक अनुभव किया और जानकारियां प्राप्त की है. औद्योगिक भ्रमण कार्यक्रम का सफलतापूर्वक संचालन डॉ नेहा सोनी विभागाध्यक्ष (प्रबन्धन विभाग) के निर्देशन में डॉ वैभवशंकर सोनी, श्रीमती रेशू चौरसिया एवं डॉ प्रशांत सुद्दलवार द्वारा किया गया।