RAIPUR. अब गाड़ियों की जांच के लिए लाइन लगने की झंझट से मुक्ति मिलने वाली है। दरअसल, राजधानी के रावणभाठा आरटीओ दफ्तर के ऑटोमेटिक फिटनेस टेस्टिंग सेंटर बनकर तैयार हो गया है, जो छत्तीसगढ़ में पहला होगा। यानी अब जल्द ही नए सिस्टम से गाड़ियों का फिटनेस टेस्ट किया जाएगा। इस सेंटर में एक गाड़ी की जांच में 8 मिनट लगता है, जबकि पहले आरटीओ दफ्तर में 20-25 मिनट गाड़ियों की जांच में लगता था। नए सिस्टम में एक साथ दो गाड़ियों की जांच होगी। इसलिए लोगों को आरटीओ दफ्तर में लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। आसानी से उन्हें सर्टिफिकेट मिल जाएगा। आरटीओ ने इसे चलाने के लिए निजी कंपनी से एमओयू की है। इसमें आरटीओ की तरह की फीस देनी होगी।
इसकी जानकारी देते परिवहन आयुक्त दीपांशु काबरा ने बताया कि आरटीओ की सभी सुविधाओं को डिजिटल प्लेटफार्म में लाया जा रहा है। पूरी सुविधा को ऑनलाइन किया रहा है, ताकि लोग घर बैठे अपना काम करा सकें, इसलिए ड्राइविंग लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन प्रमाणपत्र घर पहुंचाकर दिए जा रहे हैं। अब ट्रांसपोर्ट गाड़ियों के फिटनेस जांच भी ऑटोमेटिक होगा। पहले मानवीय हस्तक्षेप के बिना स्वचालित मशीन से जांच की जाती थी। अब मशीन से जांच होगी। इसमें रोलर ब्रेक, एक्सल भार, सस्पेंशन, साइड स्लिप, जॉइंट प्ले, स्टीयरिंग गियर प्ले, स्पीडो मीटर, स्पीड गवर्नर, एग्जॉस्ट गैस और हेड लाइट टेस्ट किया जाएगा। 8 मिनट में जांच के बाद सर्टिफिकेट मिल जाएगा।
इतने फीसदी टैक्स में मिलेगी छूट
दरअसल, ऑटोमोबाइल सेक्टर को गति देने के लिए स्क्रैपिंग नीति भी लाई गई। इसमें पुरानी गाड़ी को स्क्रैपिंग कराने पर नई गाड़ी ख़रीदने के दौरान टैक्स में 25 प्रतिशत तक छूट मिलेगी। इस छूट का लाभ लेने के लिए पहले गाड़ी को ऑटोमेटिक फिटनेस सेंटर से निरीक्षण कराने पर रजिस्टर्ड व्हीकल स्क्रैपिंग सेंटर में स्क्रैपिंग कराना होगा। इसमें सर्टिफिकेट ऑफ डिपाजिट दिया जाएगा। इस दिखाने पर नई गाड़ी खरीदी पर टैक्स में 25 फीसदी छूट दी जाएगी। इसके अलावा 15 वर्ष से ज्यादा पुरानी ट्रांसपोर्ट गाड़ी ऑटोमेटिक फिटनेस जांच में फेल हो जाता है तो ऐसी गाड़ी का पंजीयन निरस्त कर दिया जाएगा।