AHEMDABAD. चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के लैंडफॉल का काउंडाउन शुरू हो चुका है। इसका असर भी अब दिखने लगा है। समंदर में ऊंची-ऊंची लहरें उठ रही हैं और तूफानी हवाओं के शोर के साथ तेज बारिश भी होने लगी है। मुंबई के अलावा गुजरात के द्वारका, नवसारी, सूरत, मांडवी जैसे तमाम इलाकों में समुद्र का विकराल रूप देखने को मिल रहा है।
आज यानी 15 जून की शाम को चक्रवाती तूफान गुजरात तट से टकराने जा रहा है। यह जखाऊ बंदरगाह के पास मांडवी और कराची के बीच सौराष्ट्र और कच्छ और पाकिस्तान के आसपास के तटों से टकराएगा। मगर, जमीन पर पहुंचते ही इसकी रफ्तार काफी कम हो जाएगी। हालांकि, इसकी रफ्तार को देखते हुए सौराष्ट्र और कच्छ में रेड अलर्ट जारी किया गया है।
दरअसल, बिपरजॉय की वजह से 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं, जो भारी तबाही मचाने के लिए पर्याप्त ताकत रखती हैं। लिहाजा, मौसम विभाग ने संभावित नुकसान को लेकर बड़ी चेतावनी जारी कर दी है। हवाओं की इतनी तेज रफ्तार किसी कार को अपनी जगह से हिला सकती है, पेड़ों को जड़ से उखाड़ सकती है, बिजली के खंभों और तारों को तोड़ सकती है। तूफान का सबसे ज्यादा असर कच्छ, द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी में दिखेगा।
हजारों लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेज गया
तूफान को लेकर पहले से बरती जा रही सावधानी के चलते अभी तक 75 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेज दिया गया है। लोगों की मदद करने के लिए सेना और नौसेना के साथ ही NDRF और SDRF की टीमें पूरी तरह से तैनात हैं। लोगों को सलाह दी गई है कि वे घरों से बाहर न निकलें।
गर्भवती महिलाओं को, जिनकी डिलीवरी हो सकती है या जिन्हें किसी भी तरह की मेडिकल हेल्प की जरूरत हैं, उन्हें पहले ही अस्पतालों में भेज दिया गया है। इसके अलावा हेल्प लाइन नंबर भी जारी किया गया है। किसी तरह की परेशानी होने पर मदद के लिए 1077 पर कॉल कर सकते हैं।