DURG. छत्तीसगढ़ राज्य और ओडिशा राज्य के बीच महानदी जल बंटवारे को लेकर चल रहे न्यायालयीन मामले के अंतर्गत गठित महानदी जल विवाद अभिकरण के पदाधिकारी दौरा करने पहुंचे। न्यायालयीन प्रकरण के अंतर्गत गठित महानदी जल विवाद अभिकरण के अध्यक्ष जस्टिस ए.एम.खानविलकर, अभिकरण के सदस्य जस्टिस रवि रंजन, जस्टिस इंद्रमीत कौर, जस्टिस ए.के.पाठक ने पहले चरण का आज दुर्ग जिले स्थित धमधा विकासखंड के ग्राम टेमरी का दौरा किया।
साथ ही जस्टिसों द्वारा टेमरी लघु सिंचाई योजना का भी निरीक्षण किया गया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य के जल संसाधन विभाग के सचिव अनबलगन.पी., दुर्ग के कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा, प्रमुख अभियंता इंद्रजीत उईके, जल संसाधन विभाग के राकेश नगरिया, महानदी जलाशय परियोजना के मुख्य अभियंता समीर जार्ज, मुख्य अभियंता महानदी गोदावरी कछार रायपुर दिनेश कुमार भगोरिया, अधीक्षण अभियंता सुरेश कुमार पाण्डेय, कार्यपालन अभियंता और ओडिशा स्टेट से जल संसाधन विभाग के वरिष्ठ अफसर और दुर्ग जिले के अन्य विभागो के वरिष्ठ अफसरों की इस दौरान उपस्थिति रही।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के धमतरी से निकलने वाले महानदी प्रदेश की जीवनदायिनी है। छत्तीसगढ़ में प्रवाहित होने के बाद महानदी ओडिशा पहुंचती है। वहीं इस मसले को लेकर छत्तीसगढ़ और ओडिशा राज्य के बीच विवाद होता रहा है। दोनों ही राज्यों के बीच महानदी के बंटवारों को लेकर मामला गर्म होता रहा है। वहीं इसे लेकर न्यायालयीन प्रकरण के अंतर्गत गठित महानदी जल विवाद अभिकरण के सदस्य दुर्ग जिले के दौरे पर रहे।