RAIPUR. विधानसभा बजट सत्र के दौरान आज प्रदेशभर के जर्जर स्कूलों का मुद्दा उठा। इस मामले में पूर्व मंत्री व भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने तंज कसते हुए कहा कि पूरा स्कूल शिक्षा विभाग जर्जर हो गया है। स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा कि 15 सालों में स्कूली शिक्षा का जो बेड़ा गर्क किया है, उसे हम ठीक कर रहे हैं। दरअसल, विधायक भुवनेश्वर शोभाराम बघेल और विधायक चंदन कश्यप ने डोंगरगढ़ विधानसभा क्षेत्र और नारायणपुर विधानसभा क्षेत्र में स्कूल भवनों को लेकर मामला सदन में उठाया। इस मामले में स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा कि प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों के सभी स्कूलों के जर्जर भवनों का मरम्मतीकरण अगले शिक्षा सत्र से पहले हो जाएगा।
इस दौरान वेतन विसंगति के मुद्दे पर विधायक शिवरतन शर्मा और मंत्री अमरजीत भगत के बीच तीखी बहस हुई। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि विधायक शिवरतन शर्मा ये जानना चाहते हैं कि कमेटी किन-किन बिंदुओं की जांच कर रिपोर्ट पेश करेगी। शिवरतन शर्मा ने कहा कि मंत्री का इस पर स्पष्ट जवाब नहीं आ रहा है। मंत्री अमरजीत भगत के हस्तक्षेप करने पर शिवरतन शर्मा के साथ तीखी बहस हुई। शिवरतन शर्मा ने कहा- मैं आपसे पहले विधायक बना हूं, मुझे प्रश्न करना मत सिखाइए। अमरजीत भगत ने कहा- प्रश्न करने की जगह भाषण दे रहे हैं। शिवरतन शर्मा ने कहा कि सरकार 1 लाख शिक्षकों के साथ खिलवाड़ कर रही है।
नियमितिकरण के मामले में गड़बड़ी पर सहायक आयुक्त निलंबित
विधानसभा में आदिम जाति विकास मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने सहायक आयुक्त को निलंबित करने की घोषणा की है। विधायक अमितेश शुक्ल द्वारा चार साल से गायब दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी को नियमित करने के मुद्दे को उठाने के बाद यह घोषणा की गई। प्रश्नकाल के दौरान अमितेश शुक्ल ने सवाल किया कि वर्ष 2021-22 से 2022-23 में 31 जनवरी की स्थिति में गरियाबंद जिले के आदिवासी विकास विभाग द्वारा संचालिक कार्यालय और छात्रावास आश्रम में कार्यरत कितने-कितने दैनिक वेतनभोगी कलेक्टर दर पर कार्यरत चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को नियमित किया गया है? मंत्री ने बताया कि जिस अवधि का प्रश्न किया गया है, उसमें चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को नियमित नहीं किया गया है।