WELLINGTON. “ब्रेकअप बहुत बुरे होते हैं…लेकिन आप अपनी मदद कर सकते हैं। इस अहसास को स्वीकार कीजिए।” एक शांतिदायक आवाज में यह संदेश दिल टूटने के दर्द से गुजर रहे न्यूजीलैंड के युवाओं के लिए सोशल मीडिया पर चलाया जा रहा है। यह “लव बेटर” अभियान का हिस्सा है, जिसके जरिये न्यूजीलैंड की सरकार अपने नागरिकों को अच्छा माहौल देने की कोशिश कर रही है।अभियान को पॉडकास्टों में और इंस्टाग्राम जैसे युवाओं के बीच लोकप्रिय सोशल मीडिया मंचों तक पहुंचाया जा रहा है। इसके तहत ब्रेकअप होने पर क्या करें इसे लेकर सलाह और मदद उपलब्ध कराई जा रही है। दरअसल, जब कोई रिश्ता टूटता है, तो मन उदास हो जाता है। लोग ऐसी बातों को ब्रेकअप कहते हैं।
ब्रेकअप के समय हर इंसान बहुत अकेला महसूस करता है। लोग आत्म-सम्मान की कमी महसूस करने लगते हैं। ब्रेकअप भावनात्मक उथल-पुथल भी पैदा करता है। व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य पर इसका गहरा प्रभाव पड़ता है। इसकी वजह से कई बार लोग आत्मघाती कदम तक उठा लेते हैं।डाटा एनालिसिस कंपनी ‘कान्तार’ के मुताबिक, न्यूजीलैंड में 16 से 24 साल की उम्र के हर 10 में से छह युवा ब्रेकअप के दर्द से गुजर चुके हैं। इनमें से बड़ी संख्या में कई युवाओं ने “नुकसानदेह असर का अनुभव” किया है या उन्होंने खुद कुछ नुकसानदेह किया है।
अभियान से मिलेगी युवाओं को मदद
और द गार्जियन की एक रिपोर्ट के अनुसार, विभाजन के आलोक में न्यूजीलैंड में एक अभियान शुरू किया गया है। अभियान का मुख्य लक्ष्य परिवार में हिंसा को रोकना है। इसमें अलगाव की समस्याओं को समझने का प्रयास किया गया है। इस अनोखे अभियान से युवाओं को मदद मिलेगी। इस खास कैंपेन को न्यूजीलैंड ने लव बेटर नाम दिया है।
युवाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा
लव बेटर अभियान के तहत युवाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। चाहे महिला हो या पुरुष। दोनों ही मामलों में, अभियान मदद करेगा। इसमें ब्रेकअप के बाद क्या किया जाना चाहिए और मेंटल हेल्थ जैसे मुद्दों से कैसे निपटा जाए। इस तरह उसे समस्याओं के लिए सही तरीका लागू करने के लिए कहा जाएगा।यह अभियान लोगों को सलाह देता है कि वे अपनी भावनाओं को कैसे संभालें। साथ ही ऐसी चीजों को अपने प्रियजनों के साथ साझा करें। ऐसे में वह कुछ युवाओं को सलाह भी देते हैं कि जो लोग ऐसी ही स्थिति में हैं उनसे बात करें।
3 साल में 33 करोड़ खर्च करेगी सरकार
अभियान की शुरुआत 21 मार्च को भारतीय मूल की उप मंत्री प्रियंका राधाकृष्णन ने की। इस प्रक्रिया में उन्होंने कहा कि सरकार ब्रेक-अप से निपटने के लिए युवाओं का समर्थन करना चाहती है। उन्होंने कहा कि इन रचनात्मक अनुभवों के माध्यम से युवाओं का समर्थन करने से भविष्य में उनके रिश्ते बेहतर हो सकते हैं। इस अभियान के तहत सरकार अगले तीन साल तक करीब 33 करोड़ रुपये खर्च करेगी।