Indore. माघ मास की पूर्णिमा का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। माघ मास देवताओं का प्रिय मास माना जाता है। इस महीने में दान, धर्म और स्नान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। इसलिए माघ मास की पूर्णिमा को बेहद खास माना जाता है। माघ मास की पूर्णिमा को माघी पूर्णिमा कहा जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार इस पूर्णिमा पर देवता पृथ्वी पर भ्रमण के लिए आते हैं।
इंदौर के ज्योतिषाचार्य पंडित गिरीश व्यास ने बताया कि पूर्णिमा के दिन व्रत करने से भी कई पुण्य फल मिलते हैं। इस दिन भगवान विष्णु की विधिपूर्वक पूजा करनी चाहिए। शाम को सबके साथ सत्यनारायण की कथा का पाठ करें। यदि आप ऐसा नहीं कर सकते हैं, तो जहां सत्यनारायण की कथा और पूजा हो रही हो, वहां जरूर जाएं। साथ ही चंद्रमा को अर्घ्य दें।
माघ पूर्णिमा 2023 शुभ मुहूर्त
हिन्दू पंचांग के अनुसार माघ पूर्णिमा 4 फरवरी 2023 शनिवार को रात 9 बजकर 29 मिनट से शुरू होकर रविवार 5 फरवरी 2023 को रात 11 बजकर 58 मिनट पर समाप्त होगी। माघ पूर्णिमा उदयतिथि 5 फरवरी 2023 को ही मनाई जाएगी। माघ पूर्णिमा पर पुष्य और अश्लेषा नक्षत्र के साथ सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि पुष्य योग का शुभ संयोग बना है।
सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 7:07 बजे से दोपहर 12:13 बजे तक रहेगा। इस साल माघ पूर्णिमा के दिन आयुष्मान योग और सौभाग्य योग का अद्भुत संयोग बन रहा है। आयुष्मान योग 05 फरवरी को दोपहर 02 बजकर 42 मिनट तक रहेगा। इसके बाद सौभाग्य योग प्रारंभ हो जाएगा।
माघ पूर्णिमा के दिन किन चीजों का दान करना चाहिए?
धार्मिक मान्यता के अनुसार माघ पूर्णिमा के दिन गरीबों को भोजन सामग्री, वस्त्र, तिल, गुड़, कंबल, घी आदि का दान करना चाहिए। इस दिन काले तिल का दान करने का विशेष महत्व होता है। ज्योतिषियों के अनुसार माघ पूर्णिमा के दिन गंगा में स्नान करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है।
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