WASHINGTON. ट्विटर की तरह ही फेसबुक भी फेक अकाउंट्स पर लगाम कसने के लिए इसे पेड सर्विस में बदलने जा रहा है। जिस तरह सोशल मीडिया ट्विटर को हैंडल कर रहा है, वैरिफाइड फेसबुक अकाउंट्स को भी अब नीले बैज से पहचाना जा सकता है। मेटा के लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर भी नीले बैज वाली आईडी दिखाई देगी। इस सर्विस के लिए यूजर को सब्सक्रिप्शन देना होगा।
मालूम हो कि फेक फेसबुक अकाउंट की पहचान करने के लिए अभी तक कोई टूल नहीं है। फेसबुक भी मुफ्त है। ऐसे में अकाउंट सिक्योरिटी से जुड़ी इस सुविधा का भुगतान किया जाएगा। वेब सेवा के लिए यूजर्स से 11.99 डॉलर प्रति माह यानी 991 रुपये प्रतिमाह और Apple iOS के लिए यही शुल्क 14.99 डॉलर प्रति माह यानी करीब 1240 रुपये फीस ली जाएगी। केवल 18 वर्ष से अधिक आयु के उपयोगकर्ता ही फेसबुक आईडी बना सकते हैं।
ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में शुरू होगी
मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग के मुताबिक, फेसबुक की नई सर्विस इसी हफ्ते लॉन्च हो रही है। हालाँकि, यह सेवा केवल शुरुआती चरण में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में शुरू की जाएगी। उसके बाद इस सर्विस को भारतीय यूजर्स के लिए भी उपलब्ध कराया जाएगा।
यूजर्स इस तरह ब्लू बैज ले सकेंगे
फेसबुक की ब्लू बैज सर्विस ट्विटर की तरह ही होगी। यहां, उपयोगकर्ता अपने खाते को सरकारी आईडी से सत्यापित करके एक नीला बैज प्राप्त कर सकेंगे। हालांकि, फेसबुक द्वारा वेरिफाई किए जाने के बाद यूजर अपनी प्रोफाइल, यूजरनेम, डेट ऑफ बर्थ और फोटो में बदलाव नहीं कर पाएगा। इसके लिए सत्यापन की आवश्यकता होगी।
फेसबुक की पहली पेड सर्विस के बारे में मार्क जुकरबर्ग ने अपने फेसबुक अकाउंट के जरिए जानकारी दी। इस प्रीपेड सर्विस का नाम मेटा वेरिफाइड के तौर पर लिस्ट किया गया था। पेड सर्विस फीचर को मेटा के इंस्टाग्राम प्लेटफॉर्म पर भी लाया जाएगा।