BHILAI. गोवर्धन फांउडेशन द्वारा गिरजाधाम मंदिर प्रांगण, आजाद चौक मुक्तिधाम रामनगर, भिलाई में दुर्लभ सत्संग का आयोजन एक से सात दिसंबर तक किया जा रहा है। यह आयोजन दोपहर दो से पांच बजे तक आयोजित किया जा रहा है। सत्संग में व्यासपीठ एवं आरती में दान व रूपया पैसा आदि चढ़ाना मना है। साथ ही संत में फोटो खींचना और जयकारा लगाना भी सख्त मना है। स्मृतिनगर पुलिस चौकी के प्रभारी की रविवार रात सड़क हादसे में मृत्यु हो जाने के कारण सत्संग में आए लोगों को सड़क दुर्घटना पीड़ितों की मदद करने के लिए सदैव तत्पर रहने की शपथ भी दिलाई गई।
सत्संग के पांचवें दिन स्वामी विजयानंद गिरी जी महाराज ने कहा कि यह संसार और शरीर हर पल बदल रहा है, शरीर और संसार दोनों लगातर नष्ट हो रहे हैं। इनपर विश्वास नहीं किया जा सकता। विश्वास के लायक तो केवल ईश्वर है। जो कही हो और की ना हो, किसी को मिले और किसी को ना मिले, वो ईश्वर हो ही नहीं सकते है। ईश्वर सर्वत्र व्याप्त है केवल उन्हें खोजने की आवश्यकता है। जिस प्रकार से मानव ईश्वर से मिलने का इच्छुक है उसी प्रकार से ईश्वर भी मानव से मिलने के लिए व्याकुल है। ईश्वर अद्वितीय है इसलिए मिलने की इच्छा भी अद्वितीय हो जाए तो ईश्वर तत्काल मानव को मिल जाएं।
स्वामी जी ने आगे बताया कि संसारिक वस्तुओं पर हमारा हक नहीं हो सकता है, लेकिन भगवान पर मानव का जन्म सिद्ध अधिकार है क्योंकि वह उन्ही की ही संतान है। संसार केवल सेवा चाहता है और भगवान केवल संबंध चाहते हैं। मानव के जीवन में जो भी होता है वह ईश्वर की कृपा से होता है और जो हमारे लिए बेहतर होता है वही ईश्वर करता है।
ये है विशेष
सत्संग में व्यासपीठ एवं आरती में दान व रूपया पैसा आदि चढ़ाना मना है। साथ ही संत में चरण स्पर्श, फोटो खींचना, मालार्पण, जयकारा करना सख्त मना है। सत्संग के दौरान गीता प्रेस, गोरखपुर के पुस्तक भी उपलब्ध रहती है, जिसका लाभ भक्त ले सकते है।
जारी है योग शिविर
सत्संग के दूसरे दिन से ही निरंतर सुबह 7 से 8 बजे तक योग शिविर का भी आयोजन किया जा रहा है। जहां योग गुरू अरूण पंडा द्वारा लोगों को योग कराया जा रहा है। बता दें, इस योग शिविर में लोग भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। यह योग शिविर 8 दिसम्बर तक जारी रहेगा।
स्मृतिनगर पुलिस चौकी के प्रभारी की रविवार रात सड़क हादसे में मृत्यु हो जाने के कारण लोगों सड़क सुरक्षा के लिए जागरूक करने के उद्धेश्य से सड़क पर वाहन चलाने से पहले सभी सुरक्षा संबंधी बातों का ध्यान रखने, यातायात नियमों का हमेशा खुद और अपने परिजनों से पालन करवाने, दो पहिया वाहन चलाते समय हमेशा हेलमेट पहनने, कार चलाते समय हमेशा सीट बेल्ट लगाने, कभी भी शराब पीकर गाड़ी नहीं चलाने, वाहन चलाते समय कभी भी मोबाइल फोन पर बात नहीं करने, हमेशा एंबुलेंस, पुलिस और फायर ब्रिगेड गाड़ियों को पहले जाने के लिए रास्ता देने, सड़क दुर्घटना पीड़ितों की मदद करने के लिए सदैव तत्पर रहने की शपथ दिलाई गई।