BHILAI. तकनीकी उपकरणों के बढ़ने के साथ ही इसका लोगों को बड़ा लाभ मिल रहा है। तो वहीं जालसाज, झांसेबाजों से लेकर अवैध कारोबार करने वाले भी ऑनलाइन माध्यम से तकनीक का भरपूर इस्तेमाल कर लोगों को अपना शिकार बना रहे है। इसी का सबसे बड़ा उदाहरण है कि ऑनलाइन सट्टा का अवैध कारोबार भिलाई से शिफ्ट हो गया और अब देश के 150 से ज्यादा शहरों से ऑपरेट किया जा रहा है।
ऑनलाइन एप महादेव और रेड्डी अन्ना के माध्यम से सट्टा चलाने वालों का दायरा बढ़ता जा रहा है। जानकार बताते है कि महादेव एप के कर्ता-धर्ता भिलाई के ही है। यहां के युवाओं का महादेव में बड़े पैमाने में शामिल होने के बाद पुलिस भी लगातार कार्रवाई करते जा रही है। इसके चलते महादेव का संचालन करने वाले सटोरिए भिलाई और खासकर छत्तीसगढ़ के बाहर से अब इसे ऑपरेट कर रहे है।
दुर्ग पुलिस ने शुक्रवार को दिल्ली के साकेत एरिया से 16 ऐसे युवाओं को धर-दबोचा जो महादेव के दो ब्रांच से जुड़े हुए थे। इन युवाओं को पकड़कर दुर्ग पुलिस शनिवार को भिलाई लाई। यहां प्रेस कॉन्फ्रेंस में दुर्ग पुलिस अधीक्षक (SP) डॉ.अभिषेक पल्लव ने कई महत्वपूर्ण खुलासे किए। इसी कड़ी में एसपी डॉ.पल्लव ने बताया कि दुर्ग और भिलाई शहरी क्षेत्र सहित जिले में पुलिस की जांच का दायरा बढ़ने के साथ ही महादेव के संचालनकर्ता अब देश के दूसरे राज्यों से इसे ऑपरेट कर रहे है। उन्होंने कहा कि महादेव के ब्रांच व पैनल के ऑपरेटर्स देश के करीब 150 शहरों में बैठक इसका संलाचन कर रहे है।
सूत्र बता रहे है कि जिस शहर या राज्य में सटोरिए बैठे है वहां के युवाओं को भी अपने जाल में फंसा रहे है। पुलिस ने कहा कि हमारी टीम लगातार जांच और पड़ताल कर रही है। हमें उम्मीद है कि महादेव के ऑपरेटर 150 से भी अधिक शहरों में हो सकते है।
तुरंत बदल देते है सेंटर
दुर्ग पुलिस ने बताया कि दुर्ग-भिलाई के शातिर सटोरिए अपना सेंटर तुरंत बदल देते है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक दिल्ली में शुक्रवार को जब 16 युवकों को पकड़ा गया है इस वक्त देश की राजधानी में बैठे दुर्ग और भिलाई के सटोरिए अपना सेंटर बदलने की फिराक में थे। जानकारी मिल रही है सटोरिए अपने दिल्ली के सेंटर को पंजाब के अलग-अलग केंद्रों में शिफ्ट करने की तैयारी में लगे हुए थे। लेकिन दुर्ग पुलिस ने वहां उन्हें धर-दबोचा, जिससे सटोरियों के मंसूबे धरे के धरे रहे गए।