तीरंदाज डेस्क। देश की सुरक्षा के मद्देनजर केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। इसके तहत 22 यूट्यूब चैनलों के भारत में प्रसारण पर रोक लगा दी है। इन चैनलों को तत्काल प्रभाव से ब्लॉक कर दिया गया है।
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के आदेश पर यह कार्रवाई की गई है। इन चैनलों को भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेश संबंधों और सार्वजनिक व्यवस्था से संबंधित दुष्प्रचार फैलाने के आरोप में ब्लॉक किया गया है। आईटी नियम, 2021 के तहत पहली बार 18 भारतीय YouTube समाचार चैनल ब्लॉक किए गए हैं। इसके अलावा 4 पाकिस्तानी यूट्यूब चैनल भी ब्लॉक किए गए हैं।
यूट्यूब चैनलों ने दर्शकों को गुमराह करने के लिए टीवी समाचार चैनलों के लोगों और झूठे थंबनेल का इस्तेमाल किया है। इन चैनलों के अलावा 3 ट्विटर अकाउंट, 1 फेसबुक अकाउंट और 1 न्यूज वेबसाइट को भी ब्लॉक कर दिया गया है। इससे पहले मंत्रालय ने जनवरी में 35 चैनलों को ब्लॉक कर दिया था।
इसके अलावा दो वेबसाइटों पर भी रोक लगाई गई थी। सरकार का कहना था कि ये चैनल और वेबसाइट भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा फैला रहे थे। सूचना एवं प्रसारण सचिव अपूर्वा चंद्रा ने कहा था कि ये चैनल कॉर्डिनेटेड तरीके से भारत के खिलाफ एजेंडा चलाने में जुटे थे।
उनका कहना था कि भारतीय इंटेलिजेंस एजेंसियों ने इन पर नजर रखी थी और उनकी रिपोर्ट्स के बाद ही ऐक्शन लिया गया है।
प्रेस नोट में सरकार ने कहा है कि भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए यह कदम आवश्यक था। इसलिए नरेंद्र मोदी सरकार ने विदेशी रिश्तों और सार्वजनिक आदेश को लेकर गलत जानकारी फैला रहे 22 यूट्यूब चैनलों को ब्लॉक कर दिया है।
सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने पाकिस्तान से चलाए जा रहे 4 यूट्यूब चैनलों सहित 22 यूट्यूब चैनलों को बैन में शामिल किया है। मंत्रालय ने उन चैनल को बैन किया है जो भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित दुष्प्रचार फैला रहे थे।
(TNS)