नई दिल्ली। हाल में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा कुछ कक्षाओं के इतिहास और राजनीति विज्ञान के पाठ्यक्रम में परिवर्तन ने बवाल मचा दिया है। विषयों से कई अध्यायों को हटाने के बाद इसे लेकर नेता राजनीतिक अखाड़े की तैयारी में है। इसकी शुरूआत कांग्रेस ने कर दी है।
मामले में कांग्रेस नेता की ओर से एक टिप्पणी आई है। इतना ही नहीं नेता ने सीबीएसई को सेंट्रल बोर्ड ऑफ सप्रेसिंग एजुकेशन बताते हुए तंज भी कसा है। वहीं संघ परिवार पर भी निशाना साधा है।
बता दें कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी सीबीएसई (CBSE) की ओर से कक्षा 10वीं और 12वीं के पाठ्यक्रम में बदलाव किया गया है। फैसले को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गलत बताया है। बोर्ड के उक्त फैसले को संघ परिवार से जोड़ते हुए निशाना साधा है। सांसद राहुल गांधी ने सीबीएसई को सेंट्रल बोर्ड ऑफ सप्रेसिंग एजुकेशन बताते हुए तंज कसा है। पाठ्यक्रम से कई अध्यायों को हटाने पर टिप्पणी आई है।
सोमवार को मामले पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सीबीएसई पाठ्यक्रम में संशोधन को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर निशाना साधा और उसे ‘राष्ट्रीय शिक्षा श्रेडर’ करार दे दिया।
राष्ट्रीय शिक्षा श्रेडर लिखकर इसमें राहुल गांधी ने ट्विटर पर ग्राफिक पोस्ट किया है। ग्राफिक्स में लोकतंत्र और विविधता, कृषि पर वैश्वीकरण के प्रभाव, गुटनिरपेक्ष आंदोलन, मुगल दरबार, औद्योगिक क्रांति, फैज की कविताएं जैसे विषयों को काटने वाली मशीन को दिखाती है। मशीन द्वारा नीचे की ओर रोजगार, सांप्रदायिक सौहार्द और संस्थानों जैसे मुद्दों को टुकड़ों-टुकड़ों में काटते हुए दिखाया गया है।
बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इससे पहले भी 16 अप्रैल को ट्विट किया था। उस ट्विट पर भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर देश में नफरत फैलाने का आरोप लगाया था। राहुल ने ट्विटर पर लिखा था, बीजेपी-आरएसएस की नफरत की कीमत हर भारतीय चुका रहा है। उन्होंने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा लिखे गए एक लेख को भी साझा किया, जिसमें उन्होंने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर ‘घृणा की बढ़ती कोरस, आक्रामकता की छिपी उत्तेजना’ और ‘अल्पसंख्यकों के खिलाफ अपराध’ आदि का आरोप लगाया।
सीबीएसई ने पाठ्यक्रम में किया ये बदलाव
हाल ही में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा अफ्रीकी-एशियाई क्षेत्रों में इस्लामी साम्राज्यों के उदय, मुगल दरबारों के इतिहास, शीत युद्ध और इतिहास और राजनीति विज्ञान पाठ्यक्रम से औद्योगिक क्रांति से संबंधित अध्यायों को हटाने की घोषणा की गई है। इसके बाद विरोध स्वरूप कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की यह टिप्पणी सामने आई है।
(TNS)