भिलाई। सरगुजा में 7 साल की मासूम की मौत के बाद शव ले जाने एंबुलेंस उपलब्ध न कराने के मामले में छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव घिरते जा रहे हैं। इस मामले में छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री प्रेम प्रकाश पाण्डेय ने स्वास्थ्य मंत्री पर बड़ा हमला बोला है। पूर्व मंत्री पाण्डेय ने ट्वीट कर कहा है कि एक पिता मासूम बच्ची के शव का बोझ उठा रहा है और स्वास्थ्य मंत्री सीएम की उम्मीद में रूठे हुए हैं।
पूर्व मंत्री प्रेम प्रकाश पाण्डेय ने ऐसे समय में ट्वीट किया जब सरगुजा क्षेत्र का यह मामला गरमाया हुआ है। हालांकि स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने इस मामले के बाद बीएमओ को हटाने के निर्देश जारी कर दिए थे। इस घटना के बाद लोग सरकारी व्यवस्थाओं को कोस रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग टीएस सिंहदेव के पास है इसलिए उन्हें निशाने पर लिया जा रहा है।
जानें क्या था मामला
दरअसल यह पूरा मामला दो दिन पहले सरगुजा जिले के लखनपुर ब्लॉक का है। यहां के ग्राम अमदला निवासी ईश्वर दास की 7 वर्षीय बेटी की तबीयत खराब होने पर उसे परिजन शुक्रवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ले गए। यहां बच्ची की इलाज के दौरान मौत हो गई। इसके बाद परिजनों ने शव ले जाने के लिए अस्पताल प्रबंधन से एंबुलेंस की मांग की। कई घंटे इंतजार करते रहे, लेकिन एंबुलेंस नहीं मिली।
इसके बाद पिता अपनी मासूम बच्ची के शव को कंधे पर लाद कर 10 किमी पैदल अपने गांव पहुंचा। पिता ने यह भी आरोप लगाया कि गलत इंजेक्शन देने के कारण उसकी बच्ची की मौत हुई। अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के कारण एक पिता को उसकी बच्ची के शव के लिए वाहन नहीं मिला, जिसकी चर्चा सरगुजा से निकलकर छत्तीसगढ़ व पूरे देश मे शुरू हो गई।
स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश पर हटाया गया बीएमओ को
मामला जब स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव तक पहुंचा तो उन्होंने तत्काल CMHO को जांच के निर्देश दिए। इसके बाद CMHO ने ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ. पीएस केरकट्टा को उनके पद से हटा दिया। इस दौरान उन्होंने कहा था कि बच्ची को एंबुलेंस उपलब्ध न कराकर बड़ी लापरवाही की गई है। वहीं उनकी जगह डॉ. रूपेश गुप्ता को नियुक्त किया गया। साथ ही बीएमओ से इस मामले में स्पष्टीकरण भी मांगा गया है।