रायपुर। NATO देश क्या हैं और इन दिनों इसकी चर्चा क्यों हा रही है। हम यहां नाटो की चर्चा इसलिए कर रहें क्योंकि छत्तीसगढ़ के एक ऑटो चालक ने नाटो पर ऐसा तंज कसा है जिसकी सोशल मीडिया में जमकर चर्चा हो रही। दरअसल छत्तीसगढ़िया ऑटो चालक ने अपने आटो के पीछे नाटो की फजीहत ही कर दी। ऑटो चालक ने एक पोस्टर अपने ऑटो के पीछे लगाया है जिस पर बरबस ही लोगों का ध्यान चला जाता है।
ऑटो चालक ने ऑटो के पीछे पोस्टर में लिख रखा है कि “जरूरत पढ़ने पर नाटो नहीं ऑटो ही काम आता है।” छत्तीसगढ़िया ऑटो चालक ने इस पोस्टर में अपना नंबर भी लिख रखा है। किसी ने इस ऑटो की फोटो खींची और सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया। अब इस ऑटो की फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। यही नहीं लोग इस ऑटो चालक के बिंदास अंदाज की तारीफ भी कर रहे हैं।
ऑटो चालक भी नहीं जानता क्या है नाटो
ऑटो चालक ने अपने ऑटो पर यह पोस्टर लगा तो लिया लेकिन उसे भी नहीं पता कि नाटो क्या होता है। यह ऑटो डगनिया रायपुर के रहने वाले ओमकार है। ओमकार से जब नाटो के संबंध में पूछा गया तो वह कहने लगा कि उसे नाटो के बारे में पता नहीं। चाय पीते पीते मस्ती में साथी ऑटो चालकों से चर्चा के दौरान यह आईडिया आया। रूस यूक्रेन युद्ध के कारण नाटो की चर्चा हो रही थी तो कैप्शन अच्छा लगा तो लिख दिया।
देश भर से आ रहे फोन
ऑटो चालक ओमकार ने बताया कि उसने तीन पहले यह पोस्टर ऑटो पर लगाया था। दूसरे दिन से उसके पास काफी फोन आने लगे। कुछ न्यूज चैनल वालों ने भी उसे फोन किया। ओमकार बताते हैं कि इतने सारे फोन आने से वह घबरा गया। एक पोस्टर लगाकर क्या गलती हो गई ऐसा सोचकर ओमकार ने अब वह पोस्टर भी हटा दिया है। ओमकार ने बताया कि दो दिन में उसके पास देश भर से फोन आ रहे थे। बाद में पता चला कि किसी पे ऑटो की फोटो खींचकर सोशल मीडिया में अपलोड कर दिया था।
जानें क्या है नाटो और कितने देश हैं सदस्य
NATO का पूरा नाम नॉर्थ ऍटलाण्टिक ट्रीटी ऑर्गनाइज़ेशन (North Atlantic Treaty Organization) है। शयह एक सैन्य गठबन्धन है, जिसकी स्थापना 4 अप्रैल 1949 को हुई। इसका मुख्यालय ब्रुसेल्स (बेल्जियम) में है। 28 यूरोपीय देशों और 2 उत्तरी अमेरिकी देशों के बीच इसे बनाया गया है। नाटो का उद्देश्य राजनीतिक और सैन्य साधनों के माध्यम से अपने सदस्य देशों को स्वतंत्रता और सुरक्षा की गारंटी देना है।
NATO का काम रक्षा और सुरक्षा संबंधी मुद्दों पर सहयोग के माध्यम से देशों के बीच संघर्ष को रोकना है। रूस – यूक्रेन युद्ध के बीच एक बार फिर से NATO देशों की चर्चा शुरू हुई है। नाटो देश यूक्रेन पर रूस के हमले की निंदा कर रहे हैं और युद्ध समाप्त करने की कोशिशों में लगे हुए हैं। बता दें नाटो संगठन के लिए सबसे ज्यादा फंडिंग अमेरिका करता है।