भिलाई। जिला प्रशासन का टीकाकरण महाअभियान टांय टांय फिस्स हो गया। प्रशासन ने बड़े ही तामझाम के साथ बुधवार को महाअभियान शुरू किया लेकिन अव्यवस्था के कारण लोगों को इसका पूरा लाभ नहीं मिल पाया। कई केन्द्रों में प्रशासन की टीम पहुंची ही नहीं। यही नहीं डोर टू डोर वैक्सीनेशन भी ठंडा पड़ गया। एक तरह से कहा जाए तो टीकाकरण महाअभियान फेल हो गया।
बता दें 15 दिसंबर बुधवार को जिला प्रशासन ने टीकाकरण महाअभियान चलाया। करीब दो सप्ताह से जिला प्रशासन द्वारा इसकी तैयारी की जा रही थी। प्रशासन ने जिले भर में 800 वैक्सीनेटर की टीम लगाने का दावा किया। वैक्सीनेटर सेंटर और डोर टू डोर की बात कही गई थी। प्रशासन द्वारा इसके लिए मोबाइल टीम भी लगाया। इतनी तैयारी के बाद भी प्रशासन का यह महाअभियान पूरी तरह से फेल हो गया। अभियान के फेल होने का टिकरा अधिकारी चुनाव पर फोड़ रहे हैं।
कई वार्डों में नहीं पहुंची टीम
महाअभियान के लिए वार्ड वार सेंटर बनाए गए थे। इन सेंटर्स की जिम्मेदारी अलग अलग टीमों को दी गई थी। निर्धारित समय व स्थल पर टीमें ही नहीं पहुंची। प्रियदर्शिनी परिसर, हाउसिंग बोर्ड, खुर्सीपार व टाउनशिप के सेंटरों में टीमें नहीं पहुंची। यही नहीं डोर टू डोर वैक्सीनेशन के लिए भी टीमें नहीं पहुंची। जबकि डोर टू डोर कैंपेनिंग की बात की गई थी। जिला प्रशासन ने महाअभियान के तहत शत प्रतिशत वैक्सीनेशन का लक्ष्य निर्धारित किया था। सेंटरों में टीमों के नहीं पहुंचने व डोर टू डोर कैंपेनिंग फेल होने से यह अधूरा ही रह गया।
70 हजार वैक्सीनेशन का अनुमान
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. बंजारे ने बताया कि वैक्सीनेशन के लिए आरंभ किये गये महाअभियान का शानदार रिस्पांस रहा। सुबह से ही 800 वैक्सीनेशन दलों ने बड़ी संख्या में लोगों को वैक्सीन लगाई। आंकड़े रात दस बजे तक ही आ पाएंगे, फिर भी अनुमान है कि शाम तक 70 हजार लोग वैक्सीन लगवा चुके थे। उन्होंने कहा कि सुबह से ही मोबाइल टीम ने घर-घर घूमकर लोगों को वैक्सीन लगाई।
शाम तक 50 हजार इंट्री
महाअभियान की असफलता को लेकर जब कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे से बात की गई तो उन्होंने कहा कि देर शाम तक 50 हजार इंट्री हो चुकी थी। कुछ सेंटरों में टीमें नहीं पहुंची इसके बाद भी हमने बड़ी संख्या में वैक्सीनेशन किया है। कई जगहों के आंकडें आना बाकी है। नए आंकड़े जुड़ने के बाद वेक्सीनेशन की संख्या और बढ़ जाएगी।
(TNS)